गुजरात। वडोदरा स्थित हरणी झील में पिकनिक मनाने गए स्कूली छात्रों से भरी नाव पलट गई। हादसे में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। तीन छात्र अभी भी लापता बताए जा रहे जिनकी तलाश जारी है। वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर पोस्ट कर 14 लोगों की मौत पर दुःख व्यक्त किया है।
वही नाव पलटने से हुई 14 लोगों की मौत की जानकारी मिलते ही गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एसएसजी अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि झील में डूबे अन्य छात्रों के रेस्क्यू में किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं चाहिए। लापता छात्रों के रिस्क्यू के लिए एनडीआरएफ को भी बुलाया गया है। वडोदरा नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉ शीतल मिस्त्री ने बताया कि नाव पर लगभग 35 लोग सवार थे, शायद नाव की क्षमता से ज्यादा बच्चे सवार हो गए। जिसके चलते नाव का संतुलन बिगड़ गया और नाव पलट गई। लगभग 14 लोगों की मौत हुई है। जिसमें 12 बच्चे और 2 शिक्षक हैं। घटना की जांच की जाएगी और चूक के लिए कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
लापरवाही से हुआ हादसा
सूत्रों ने बताया कि छात्रों को पिकनिक पर झील में भ्रमण करने के लिए ले जाया गया था, लेकिन किसी भी छात्र या शिक्षक को लाइफ सेविंग जैकेट नहीं पहनी गई थी और नाव में सवारियां भी ज्यादा बैठाई गई थी। जिसकी वजह से नाव डिस बैलेंस हो गई और उसमें सवार सभी लोग डूब गए। प्रशासन के निर्देश पर लापरवाही बताने वाले 18 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। ऐसे में झील के ठेकेदार पर भी सवालिया निशान उठाने शुरू हो गए हैं।
प्रधानमंत्री ने जताया दुख
गुजरात के वडोदरा के हरनी झील में नाव पलटने से हुई मौतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं घायल शीघ्र स्वस्थ हों। इस प्रधानमंत्री ने नाव पलटने की घटना में प्रत्येक मृतक के परिजन को च्डछत्थ् से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की मदद देने की घोषणा की है।
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