नोएडा। सवा महीने के मासूम को उसकी नानी ने अगवा करके बेचा था। आठ महीने बाद पुलिस ने मासूम को सकुशल बरामद कर लिया है। तीन लोग भी पकड़े गए हैं। जबकि नानी पहले ही जेल भेजी जा चुकी है।
शाहबेरी में रहने वाली शिवांगी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने इस्लाम से प्रेम विवाह किया था। उसके गर्भवती होने के दौरान देखभाल के लिए उसकी मां बबीता अप्रैल माह में शाहबेरी में आई थी। शिवांगी ने बेटे को जन्म दिया था। इसके बाद भी बबीता बेटी के घर रुकी हुई थी। 10 मई को इस्लाम अपने काम पर गया था और शिवांगी दवा लेने गई थी। इसी दौरान बबीता उनके एक माह के मासूम बच्चे अरमान को अगवा कर फरार हो गई। बबीता ने आखिरी कॉल अपने पति को की थी। इसके चलते पुलिस ने शिवांगी के पिता से भी पूछताछ की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद पुलिस की जांच ठंडी हो गई लेकिन दंपती बेटे की तलाश में जुटे रहे। शिवांगी ने दूसरे धर्म के युवक से प्रेम विवाह किया था। इसके चलते दंपती अनहोनी की आशंका जताई थी। बुधवार को दंपती बबीता के संभल स्थित मुटैना गांव पहुंचे। यहां उन्हें बबीता कुछ दिन पहले ही आई थी। बबीता ने बच्चे को हापुड़ में जमुना नाम की महिला के जरिये दंपती को बेचने की बात कबूल की।
ये बनाया था बहाना
दंपती ने बताया कि आरोपी बबीता ने काफी पूछताछ के बाद उनके बच्चे को बेचने की बात कबूल की। उसने बताया कि हापुड़ में एक महिला रहती है। उसके सात बेटियां हैं। उसी महिला व उसके पति को अपहरण के चार दिन बाद ही एक लाख रुपये में बच्चा बेच दिया गया था। बच्चा बेचने की बात कबूल करते हुए दंपती के पास वीडियो है। बिसरख कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पुलिस बताए गए पते पर पहुंची तो वहां आरोपी महिला नहीं मिली। हालांकि उसका सुराग पुलिस को मिला है। जल्द गिरफ्तारी होगी।
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