गाजियाबाद। जिले में छेड़छाड़ के मामले में मनमाफिक कार्रवाई न होने पर थाने में खुद को आग लगने वाले व्यक्ति की इलाज के दौरान ज़ी टीवी अस्पताल में मौत हो गई। व्यक्ति ने थाने में आग लगाने के दौरान थाने के ही कुछ पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ के मामले में सही से कार्रवाई न करने की वजह से आत्मदाह करने की बात कही थी। उसकी मौत के बाद से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं और जांच पड़ताल शुरू कर दी।
मामला लोनी बॉर्डर इलाके साहिबाबाद का है। यहां की एक कॉलोनी की रहने वाली महिला ने 25 दिसंबर को पांच नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, छेड़छाड़, गर्भपात की धाराओं में केस दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर शांतिभंग की कार्रवाई की। इसके बाद महिला अपने पति के साथ एक जनवरी को लोनी बॉर्डर थाने में पहुंची और उसने अपनी बात रखी, लेकिन थाने में मौजूद थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक डॉ. राम सेवक और सलीम दारोगा उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें ही बुरा भला कहा जिससे परेशान होकर महिला के पति ने थाने में ही आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था। थाने में खुद को आग लगने वाले व्यक्ति को पुलिस ने अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां झुलसे से व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। व्यक्ति की मौत के बाद से परिवार में कोहराम मच गया है तो वहीं पुलिस नेक्षभ कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच की जा रही है जांच में जो भी पुलिसकर्मी और महिला से छेड़छाड़ करने वाले लोग दोषी पाए जाएंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
थानेदार व दरोगा होंगे मौत के जिम्मेदार
मृतक के भाई ने बताया कि उनकी भाभी के साथ कुछ लोगों ने छेड़छाड़ मारपीट की थी जिसकी वजह से उनका गर्भपात भी हो गया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों पर शांति भंग में कार्रवाई की जिसकी वजह से उनके भाई ने परेशान होकर थाने में ही खुद को आग लगा ली थी। झुलसे युवक के भाई ने बताया कि अगर उसकी मौत हुई तो उनकी मौत का जिम्मेदार लोनी बॉर्डर थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक डॉ. रामसेवक होंगे।
परिवार को सता रही बच्चों की चिंता
मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई की मौत के बाद अब उसके दो बच्चों और पत्नी की चिंता परिवार को सता रही है। पुलिस ने अगर शिकायत पर सही कार्रवाई की होती तो आज उनके भाई की जान नहीं जाती। उनके भाई की मौत से अब उनके दो बच्चों और पत्नी के पालन पोषण की चिंता से परिवार परेशान है। भाई ने बताया कि उनके परिवार बेहद गरीब परिवार है और वह नौकरी करके अपना गुजारा करता था।