गाजियाबाद: जिले का नाम बदलने को सड़कों पर उतरे लोग, सीएम को भेजा ज्ञापन

गाजियाबाद। जिले का नाम बदलने की मांग अब दिनोंदिन तूल पकड़ने लगी है। सोमवार को सामाजिक संस्था रसम ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। साथ ही जिले का नाम बदलवाने की मांग उठाई गई। इससे पहले संस्था के पदाधिकारी प्रमुख मार्गों से होते हुए डीएम आफिस पहुंचे।

ज्ञापन में मांग की गई की गाजियाबाद नाम तालिबानी सोच को दिखाता है जो बदल जाना चाहिए। इसके लिए नुक्कड़ बैठक टोल फ्री मिस्ड कॉल और हवन की श्रृंखला भी चलाई जा रही है। गाजियाबाद में सामाजिक संगठन रसम नुक्कड़ बैठक और टोल फ्री मिस्ड कॉल पर समर्थन का अभियान चलाया है। साथ ही 100 हवन की श्रृंखला से गाजियाबाद नाम परिवर्तन विषय पर पिछले 5 वर्ष से अनवरत जन जागरण अभियान के तहत निवेदन कर रहे हैं। पहला ज्ञापन 28 मई 2018 के बाद 2019 को वीर सावरकर के जन्म दिवस के अवसर पर दिया गया था। इस अभियान को गति देते हुए टोल फ्री मिस्ड कॉल नंबर पर लाखों की संख्या में नागरिकों ने मिस्ड कॉल लगाकर अपना समर्थन दिया। सभी संगठनों ने मिलकर सैकड़ों हवन की श्रृंखला चलाई। जिसका पूरे जिले में विभिन्न स्थानों पर जन जागरण करते हुए हवन आहूत किए गए। अलग-अलग समय पर हजारों की संख्या के साथ मानव श्रृंखलाएं बनाई गई। सभी जनप्रतिनिधियों से इस विषय के लिए संपर्क किया गया। जिसमें सभी का सकारात्मक सहयोग और आश्वासन मिला।

विधानसभा में भी उठा है मुद्दा
संदीप त्यागी ने बताया की मार्च 2021 में साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुनील कुमार शर्मा ने नाम परिवर्तन अभियान को विधानसभा में उठाया था। जिले के पांच विधायक स्थानीय सांसद रिटायर्ड जनरल वीके सिंह राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल प्रदेश सरकार में मंत्री नरेंद्र कुमार कश्यप सहित जिला अध्यक्ष भाजपा जिला प्रभारी व महानगर प्रभारी भाजपा संगठन ने भी इस विषय पर लिखित सहमति पत्र भेजे गए हैं।

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