गाजियाबाद: 50 लाख रुपए की अफीम के साथ पांचवीं पास तस्कर गिरफ्तार

गाजियाबाद। जिले में एक पांचवी पास 21 साल का युवक लालच में आकर अन्तर्राज्यीय तस्कर बन गया। नशा तस्कर युवक पंकज को क्राइम ब्रांच ने थाना सिहानीगेट इलाके के बस स्टैंड के पास से झारखंड से तस्करी कर लाई जा रही लगभग 50 लाख रुपए दो किलो अफीम के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पंकज से पूछताछ कर रही है।

पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार नशा तस्कर पंकज ने बताया कि वह क्लास पांचवी तक पढ़ा है। पहले वह पैसा कमाने के उद्देश्य से मुंबई गया लेकिन वहां पर ज्यादा पैसा न मिलने और मेहनत अधिक होने के कारण वह वहां से काम छोड़कर वापस आ गया और गांव में खेती करने लगा। इसके बाद पंकज की मुलाकात अफीम बेचने वाले गांव के संतोष से हो गई। पंकज संतोष से कम मात्रा में अफीम लेकर आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करने लगा, जिसमें उसे फायदा होने लगा, लेकिन लोकल की सप्लाई में ज्यादा पैसे नही मिलते थे। जिससे हमारा गुजारा नहीं होता था। जिसके बाद अफीम तस्कर संतोष ने पंकज को बताया कि वह गाजियाबाद, एनसीआर क्षेत्र, दिल्ली, पंजाब व हरियाणा की कुछ पार्टियों के बारे अफीम की तस्करी करके अच्छा पैसा कमा सकता है। उसने संतोष के माध्यम से उन पार्टियों से सम्पर्क किया और इन क्षेत्रो में अफीम की सप्लाई करने लगा। पंकज ने बताया कि वह अफीम की तस्करी करने अन्य शहरों में जब जाता है तो वह ज्यादातर ट्रेन से सफर करता है, क्योंकि ट्रेन के जनरल बोगियों में चेकिंग कम होती है और लोगों को शक भी नहीं होता था लेकिन मुखबिरी के चलते पंकज को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया।

पेट पर बांध लेता था अफीम
पुलिस की पूछताछ के दौरान गिरफ्तार पंकज ने बताया वह झारखंड से बस व ट्रेन से माल लेकर आता था। ट्रेन में जनरल डिब्बे में सफर करता हूं, क्योंकि उसमें काफी भीड़ होती है और चेकिंग भी कम होती है। बस में बैठते समय मैं अफीम को अपने पेट में बांध लेता हूं। पंकज ने बताया कि मुझे जो अफीम की डिमांड मिलती थी। उसको लेकर जिस क्षेत्र में सप्लाई करना होता था। वहां पर मिलने का स्थान पहले ही तय कर लेते थे। माल कहां और कितने बजे देना है ये भी तय कर लेते थे।

सप्लाई देने से पहले फोन करता था बंद
नशा तस्कर पंकज ने बताया कि वह लोगों को अफीम की सप्लाई करने से पहले अपना फोन बंद कर लेता था और किसी से भी संपर्क नही करता था, जब तक कि माल को उसके तयशुदा जगह पर डिलीवर नहीं कर देता था। पंकज ने बताता कि वह पिछले छह माह से गाजियाबाद, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब व हरियाणा में अफीम की तस्करी कर रहा था। अफीम की तस्करी में कम समय में ज्यादा फायदा होता है इससे वह अपना शौक व घर के खर्चे पूरा करता था।

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