गाजियाबाद। रैपिड रेल के स्टेशन परिसर समेत ट्रेन के भीतर अब फिल्मों की शूटिंग भी होगी। इसके लिए एनसीआरटीसी ने किराया तय कर दिया है। घंटे के हिसाब से परिसर और ट्रेन शूटिंग के लिए दी जाएगी। हालांकि अभी तक किसी फिल्म डायरेक्टर ने इसकी डिमांड नहीं की है।
नई नीति के तहत आरआरटीएस स्टेशन और नमो-भारत ट्रेनें अब फिल्म शूटिंग, डॉक्यूमेंट्री और टीवी विज्ञापनों आदि के लिए अल्पकालिक अवधि के लिए किराए पर उपलब्ध हैं। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि ओटीटी प्लेटफार्मों, फीचर फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज के फिल्मांकन की पृष्ठभूमि के रूप में सार्वजनिक परिवहन विशेष रूप से मेट्रो रेल के उपयोग में वृद्धि हुई है। आधुनिक शूटिंग स्थानों की तलाश करने वाले फिल्म निर्माताओं के लिए एनसीआरटीसी का यह निर्णय एक आकर्षक अवसर प्रदान करता है। आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे और नमो भारत ट्रेनें विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ-साथ वास्तुकला और मॉडर्न डिजाइन से परिपूर्ण हैं। जो उन्हें दृशयात्मक रूप से मनोरम और बहुमुखी शूटिंग का लक्ष्य रखने वाले फिल्म निर्माताओं के लिए उनकी सिनेमाई कहानियों को बयां करने के लिए उत्तम विकल्प बनाते हैं।
भव्य रूप भी दिया गया
आरआरटीएस स्टेशनों का बाहरी आवरण मोर पंख के जीवंत रंगों से प्रेरणा लेते हुए आकर्षक नीले और बेज रंग से तैयार किया गया है। ये स्टेशन प्राकृतिक रोशनी से भरपूर, अच्छी तरह से प्रकाशित और हवादार स्थान प्रदान करते हैं। नमो भारत ट्रेनें विश्वस्तरीय सुविधाओं से साथ ही अपनी अनोखी लुक के लिए भी पहचानी जा रही हैं। जिनका एयरो-डायनामिक प्रोफाइल इनकी लुक को शानदार और मन मोहक बनाता है।
बुकिंग के बाद मिलेगा परिसर
आरआरटीएस परिसर को शूटिंग के अलावा अन्य आयोजन उद्देश्यों के लिए भी किराए पर लिया जा सकता है। यदि रात के समय (गैर-राजस्व घंटे) के दौरान नमो भारत ट्रेनों की आवश्यकता है, तो कार्यक्रमों की बुकिंग पर भी विचार किया जा सकता है। वाणिज्यिक प्रायोजनों के लिए एनसीआरटीसी के परिसर एवं ट्रेनें प्रति निर्धारित घंटे के आधार पर किराये पर दी जाएगी। दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ सभी आरआरटीएस स्टेशन नमो भारत ट्रेन के अंदर 2 लाख रुपए प्रति घंटा व आरआरटीएस स्टेशन में 2 लाख, नमो भारत ट्रेन और स्टेशन दोनों जगह 3 लाख, डिपो और साइट्स में 2.5 लाख रुपए किराया होगा।