गाजियाबाद: नोएडा में हुए हत्याकांड का गाजियाबाद पुलिस ने किया वर्कआउट, अप्रैल 2020 में मिली थी लाश

गाजियाबाद। साल 2020 में नोएडा में हुई महिला की हत्या की वारदात का गाजियाबाद पुलिस ने खुलासा किया है। इस वारदात को महिला के पति समेत तीन लोगों ने अंजाम दिया था। वहीं शिनाख्त न होने के कारण नोएडा पुलिस ने शव का लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया था।
अंजू की शादी नवंबर 2008 में कोटगांव में रहने वाले रविकांत से हुई थी। रविकांत का भाई विक्रांत नोएडा के अच्छैजा गांव में रहता है। वहां पर 31 मार्च 2020 को रविकांत पत्नी अंजू के साथ गया था। रात को विक्रांत, रविकांत और उनका बहनोई महेंद्र शर्मा वहां पर नशा कर रहे थे, जिसका विरोध अंजू ने किया तो झगड़ा हो गया। तीनों ने अंजू के साथ मारपीट की और उसका सिर दीवार में लगा, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद शव को रजाई कवर में डालकर अच्छैजा में रेलवे लाइन के पास से जा रहे नाले में फेंक दिया। दो अप्रैल 2020 को नोएडा पुलिस को शव मिला था, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने से मृत्यु की पुष्टि होने पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया। लेकिन शव की शिनाख्त न होने के कारण मामले का पर्दाफाश नहीं हो पा रहा था।

चाचा की तहरीर पर हुआ खुलासा
अंजू की शादी उसके चाचा ने रविकांत से कराई थी, पिछले पौने चार साल से जब अंजू से उनकी बात नहीं हो पा रही थी और उसका पति बहाने बनाता था, उनको शक हुआ। वह गाजियाबाद आए और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर अनहोनी की आशंका व्यक्त की। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू की और बुधवार को रविकांत को रेलवे स्टेशन के पास से हिरासत में लिया, उससे सख्ती से पूछताछ की तो पूरे घटनाक्रम से पर्दा हट गया। पुलिस अब आरोपित रविकांत को नोएडा पुलिस को सौंपेगी। डीसीपी सिटी ज्ञानन्जय सिंह ने बताया कि हत्याकांड का खुलासा किया जा चुका है।

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