गाजियाबाद: छेड़छाड़ पीड़िता के पति ने की आत्मदाह की कोशिश, पुलिसकर्मियों पर पक्षपात का आरोप

गाजियाबाद। जिले में पत्नी से हुई छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए पति ने आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गंभीर हालत में पीड़िता के पति को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। झुलसे पति ने एक वीडियो जारी कर चार पुलिसकर्मियों पर भी शिकायत करने के बाद भी सही से कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। वीडियो में पीड़िता के पति का कहना है कि मेरी मौत के जिम्मेदार चार पुलिसकर्मी होंगे।

मामला लोनी बॉर्डर थाने क्षेत्र के एक मोहल्ले का है। महिला का आरोप है कि 13 दिसंबर को दुकान से दूध लाने जा रही थी। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उसके साथ छेड़छाड़ की जब उसने विरोध किया तो उसे व उसके पति को युवक व अन्य लोगों ने मारा पीटा। इसके बाद महिला ने लोनी बॉर्डर थाने में छेड़छाड़ और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी न होने की वजह से दबंग लगातार पीड़िता और उसके पति को धमकियां दे रहे थे। उन लोगों की पिटाई से पीड़िता का गर्भपात भी हो गया, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने ठीक कार्रवाई नहीं की। जिससे आहत होकर पीड़िता के पति ने आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
आग लगने से झुलसे से पीड़िता के पति को घर वालों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज चल रहा है। आग लगने से गंभीर रूप से झुलसे पीड़िता के पति ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। जिसमें चार पुलिसकर्मियों पर धाराओं में खेल कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई न करने की जगह शांति भंग में कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। वीडियो में यह भी बताया गया है कि उसके व उसकी पत्नी द्वारा गर्भपात मारपीट छेड़छाड़ जैसे आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था। वीडियो में उसने यह भी कहा कि अगर उसकी मौत होती है तो उसकी जिम्मेदार चार पुलिसकर्मी होंगे। फिहलाल पुलिस पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच कर रही है।

दरोगा-सिपाहियों ने की बदसलूकी
पीड़िता का आरोप है कि उसने व उसके पति ने पुलिस को शिकायत देकर पांच लोगों पर नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, छेड़छाड़, गर्भपात समेत अन्य कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी,लेकिन इसके बाद भी थाना पुलिस ने आरोपियों पर शांति भंग की कार्रवाई की थी। इतना ही नहीं जब शांति भंग में कार्रवाई करने का कारण पूछने दोनों थाने पहुंचे तो दरोगा और कुछ सिपाहियों ने उनसे बदसलूकी भी की।

पुलिस जता रही अनभिज्ञता
डीसीपी ग्रामीण विवेक चंद्र यादव ने बताया कि पीड़िता के पति द्वारा जो वीडियो बयान जारी किया गया वह पुलिस को अभी तक नहीं मिला है। पीड़िता ने क्या तहरीफ दी और क्या मुकदमा दर्ज है इसकी भी जानकारी की जा रही है। अगर पुलिस के किसी भी कर्मचारी ने कोई लापरवाही की है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूरे प्रकरण की बारीकी से वह स्वयं जांच कर रहे हैं।

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