गाजियाबाद: यति सन्यासियों का धरना अनशन में बदला

गाजियाबाद। डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद को जेड प्लस की सुरक्षा की मांग को लेकर यूपी बॉर्डर पर रोके गए यति सन्यासियों ने अनशन शुरू कर दिया है। यति सन्यासी पूरी रात खुले आसमान के नीचे सड़क पर बैठे रहे। इस बीच निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने जेड प्लस सुरक्षा नहीं मिलने की स्थिति में आत्मदाह तक करने की चेतावनी दे डाली है।

दरअसल, यति सन्यासी पदयात्रा करते हुए गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर जा रहे थे। दिल्ली पुलिस ने इन्हें यूपी बॉर्डर पर रोक दिया था। गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर है। इसके पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि हैं, जो श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर भी हैं। महामंडलेश्वर को कई बार आतंकियों से धमकियां मिल चुकी हैं। यति सन्यासी चाहते हैं कि उनके गुरु यति नरसिंहानंद गिरि को केंद्र सरकार जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करे। इस मांग को लेकर यति सन्यासियों ने 25 दिसंबर को हरिद्वार में हर की पैड़ी से पदयात्रा शुरू की थी। ये पदयात्रा 2 जनवरी को गाजियाबाद से दिल्ली की तरफ बढ़ रही थी। गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर (गाजीपुर) पर दिल्ली पुलिस ने इस पदयात्रा को रोक दिया। इसके खिलाफ यति सन्यासी यूपी बॉर्डर पर ही अनशन पर बैठ गए हैं। बुधवार को भी ये अनशन जारी है।

गृहमंत्री कर रहे फोटो की राजनीति
इस बीच निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा, श्अपने माता-पिता और गुरु की रक्षा की मांग करना हमारा मौलिक अधिकार है। परंतु पुलिस ने इसे अनैतिक बताते हुए दुर्व्यवहार करके हमें दिल्ली जाने से रोक दिया है। ये लोकतंत्र पर प्रश्नचिह्न लगाता है। क्या गृहमंत्री केवल फोटो की राजनीति कर रहे हैं? अगर हमारे गुरुजी की जान की कोई कीमत नहीं है तो हमें भी अपनी जान की कोई चिता नहीं है। चाहें हमारे प्राण यहीं चली जाए। अगर महाराज को जेड प्लस सुरक्षा नहीं दी जाती है, तब तक हम यहीं बैठेंगे। अन्न-जल त्यागेंगे और जरूरत पड़ी तो आत्मदाह भी कर देंगे।

Exit mobile version