गाजियाबाद। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने गुरुवार को दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का जायजा लिया। उन्होंने गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई डिपो तक देश की पहली नमो भारत ट्रेन में बैठकर सफर किया। इस दौरान ट्रेन 149 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी।
एसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन की स्पीड उन्होंने अपने मोबाइल पर रिकार्ड की। इससे पहले उप राज्यपाल ने परिवहन मंत्री के साथ दिल्ली के सराय काले खां और आनंद विहार में कंस्ट्रक्शन साइट का दौरा किया। उन्होंने निर्माण कार्यों में बाधा बन रही चुनौतियों का जायजा लिया और उन चुनौतियों को दूर करने पर मंथन किया। परियोजना के शेष हिस्से पर काम में तेजी जाने के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को बेहतर कॉर्डिनेशन करने और जमीन संबंधी मुद्दों को हल करने के निर्देश दिए।
2025 में मेरठ तक दौड़ेगी ट्रेन
20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के पहले खंड का उदघाटन किया था। पहला खंड गाजियाबाद में साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई डिपो तक है, जिसकी दूरी 17 किलोमीटर है। वर्तमान में इस ट्रैक पर करीब 13 ट्रेनें संचालित हो रही हैं। दूसरा खंड दुहाई डिपो से आगे मेरठ दक्षिण स्टेशन तक है। इस पर मार्च-2024 में रैपिड रेल चलाने का टारगेट है। जिसकी तैयारियां तेज चल रही हैं। दिल्ली से मेरठ तक संपूर्ण कॉरिडोर पर साल-2025 में रैपिड रेल दौड़ेगी।
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