गाज़ियाबाद: अपहरणकर्ताओं से छूटकर पुलिस पास पहुंचा 10 साल बच्चा

गाजियाबाद। जिले में एक अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटकर भागे 10 साल की अपहृत बच्चे ने पुलिस को आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस ने बच्चे के बयान के आधार पर मामले में विकास पड़ताल शुरू कर दी। जिले की मोदीनगर थाना पुलिस मेरठ पुलिस के संपर्क में आकर बच्चे के परिजनों तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

मोदीनगर थाने में पहुंचे 10 साल के बच्चे ने अपना नाम अमित बताया। पुलिस को अमित ने बताया कि वह मूल रूप से बदायूं का रहने वाला है। वह अपने पिता विनोद और मां पूजा के साथ मेरठ के खरखौदा में एक ईंट भट्ठे पर काम करते है। अमित ने बताया कि वह 27 सितंबर बुधवार शाम को शौच के लिए गया था। इसी दौरान दो बाइक सवार युवकों ने अमित को जबरन बाइक पर अपहरण कर बैठा लिया। अमित ने बताया कि उसने काफी शोर मचाया, लेकिन उन्होंने मुंह बंद कर लिया। 10 साल के बच्चे अमित का अपहरण करने के बाद दोनों बाइक सवार दिल्ली की तरफ भाग निकले। जैसे ही दोनों बाइक सवार मोदीनगर थाना क्षेत्र के मुरादनगर गंग नहर के पास पहुंचे वैसे ही वहां जाम में फंस गई। इसी दौरान अमित उनके चुंगल से छूट गया। मोदीनगर थाने में पहुंच गया। जहां उसने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई तो पुलिस भी हैरान रह गई।

सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिस
मुरादनगर गंग नहर पर लगे जाम में बाइक फंसने की वजह से अपह्रत अमित मौका पाकर भाग गया और उसने शोर मचा दिया। सड़क पर जाम होने की वजह से बाइक सवार बदमाश अमित का पीछा नहीं कर पाए और वह पकड़े जाने के डर से मौका पाकर फरार हो गए। अमित को यह नहीं पता कि यह बाइक सवार उसे अपहरण करके क्यों और कहां ले जा रहे थे। फिहलाल पुलिस अमित के आरोपी के आधार पर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाला रही है ताकि अपहरणकर्ताओं की पहचान की जा सके।

अफसरों की फटकार के बाद चेती पुलिस
सूत्रों ने बताया कि 10 वर्षीय बच्चा जब कोतवाली पहुंचा तो पुलिस सीमा विवाद में उसे उलझा ही रही थी। तभी पुलिस के उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी मिली तो पुलिस ने पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई जिसके बाद मुरादनगर थाना पुलिस ने मेरठ पुलिस से संपर्क कर बच्चों के माता-पिता को बुलाने की बात कही। पुलिस ने बताया कि बच्चों के माता-पिता आने के बाद ही उनके सुपर्दगी में बच्चों को दिया जाएगा।

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