दिल्ली। सोमवार को राज्यसभा से निलंबित 47 विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल शीतकालीन सत्र के दौरान आज कांग्रेस के जयराम रमेश, के.सी. वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत कुल 33 विपक्षी सांसद, टीएमसी के सुखेंदु शेखर रे और शांतनु सेन, राजद के मनोज कुमार झा को आज शेष सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। इससे पहले भी 14 विपक्षी सांसद शीतकालीन सत्र से निलंबित किये जा चुके हैं।
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा सबसे पहले घुसपैठियों ने संसद पर हमला किया फिर मोदी सरकार संसद और लोकतंत्र पर हमला कर रही है। निरंकुश मोदी सरकार द्वारा 47 सांसदों को निलंबित करके सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में फेंक दिया जा रहा है। विपक्ष-रहित संसद के साथ, मोदी सरकार अब महत्वपूर्ण लंबित कानूनों को कुचल सकती है, किसी भी असहमति को बिना किसी बहस के कुचल सकती है। आज शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए कई विपक्षी सांसदों के निलंबन पर, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा ऐसी तानाशाही नहीं चलेगी। यह देश को स्वीकार्य नहीं है। जनता के विश्वास पर उन्हें यह जनादेश मिला है। उन्हें जनादेश इसलिए मिला क्योंकि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना था। लेकिन आज सबसे सुरक्षित इमारत पर हमला हो रहा है। इस पर न तो प्रधानमंत्री बोलते हैं और न ही गृह मंत्री, अगर हमने आपका बयान मांगा तो आपने हमें सदन से निलंबित कर दिया- यह किसी को स्वीकार्य नहीं है। हम इसके लिए लड़ना जारी रखेंगे। अगर हमें निलंबित किया जा रहा है क्योंकि हम बयान मांग रहे हैं, तो यह हमारे लिए सम्मान का प्रतीक है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री मोदी को एक सलाह है कि वे ये लोकतंत्र, सदन, सांसद का सारा ढोंग छोड़ दें, अपनी तानाशाही चलाएं क्योंकि असलियत ये है कि हर वो व्यक्ति जो अपनी लोकतांत्रिक ड्यूटी निभाते हुए लोकतंत्र के मंदिर में सवाल पूछेगा उस सांसद को निलंबित किया जाएगा। मोदी जी को विपक्ष का चेहरा बर्दाश्त नहीं है। पहले आपने 15 और अब 31 सांसद निलंबित कर दिए। ये कितनी बड़ी विडंबना है कि विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी तक को निलंबित कर दिया। सदन में अगर विपक्ष की आवाज ही नहीं होगी तो सदन और लोकतंत्र का मतलब क्या है।
विपक्ष ने आज अभद्र व्यवहार किया: किशन रेड्डी
लोकसभा से कई विपक्षी सांसदों के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि विपक्ष ने आज अभद्र व्यवहार किया। विपक्ष असुरक्षित महसूस कर रहा है, क्योंकि उनके पास पीएम मोदी की सरकार के खिलाफ कोई एजेंडा या मुद्दा नहीं है और वे सदन को चलने नहीं दे रहे हैं। इसलिए स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया है और हमने इसका समर्थन किया है।
पूर्व रणनीति के तहत कर रहे हंगामा
-शीतकालीन सत्र के शेष समय के लिए राज्यसभा से कई विपक्षी सांसदों के निलंबन पर, राज्यसभा में सदन के नेता, पीयूष गोयल ने कहा सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। 11 सांसदों का मामला विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है। राज्यसभा सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। वे नहीं चाहते थे कि सदन सुचारू रूप से चले, ये उनकी पूर्व नियोजित रणनीति थी।
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