गाजियाबाद। पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने चोरी के ट्रकों पर कूट रचित तरीके से इंजन नंबर व चेसिस नंबर बदलकर बिना एनओसी के अवैध संचालन करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश के पास से छह ट्रक भा बरामद किए गए हैं।
क्राइम ब्रांच की पूछताछ में गिरफ्तार बदमाश सलमान ने बताया कि में 12वीं पास है। ट्रान्सपोर्ट के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। कुछ ट्रक जो ट्रांसपोर्टरों के पास होते है किन्ही कारणों से परिवहन लायक नही होते तो विभिन्न जगहों से चोरी किए गए ट्रकों को प्राप्त कर उस पर अपने ट्रकों का नंबर, इंजन व चेसिस नंबर डालकर व्यवसायिक प्रयोग में इस्तमाल करता था। इन ट्रकों का ज्यादातर इस्तेमाल सरिया, सीमेंट जैसे माल के व्यवसायिक परिवहन में किया जाता है। योंकि इसमें ना तो ज्यादा ओवरलोडिंग होती है और न ही पुलिस ऐसे वाहनों को चेक करती है। गिरफ्तार बदमाश ने यह भी कबूल किया है कि वह एक संगठित गिरोह का सदस्य है। जिसमें ट्रकों के इंजन व चेसिस नम्बर चेंज कराने व कागजात तैयार कराने का काम सतेन्द्र व तरीकत प्रधान करते है। ये लोग चोरी की गाडियों या जिन गाडियों का समय पूरा हो चुका है उनका दूसरे राज्यो से फर्जी एनओसी बनवाने के बाद नागालैण्ड व राजस्थान राज्य में नऐ मॉडल वर्ष में रजिस्टर्ड कराकर उन पर फर्जी फाइनेंस भी करा देते है।
पहले से दर्ज हैं मुकदमें
हापुड़ जिले के थाना धौलाना के गांव लालपुर सोलाना का रहने वाला सलमान ट्रांसपोर्टर का काम पिछले काफी सालों से कर रहा है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी के ट्रैकों के नंबर चेचिस नंबर बदलकर अपने ट्रांसपोर्ट में लगाकर काम करता है। पुलिस सलमान की पिछले काफी समय से तलाश में थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने सलमान को गिरफ्तार कर लिया जबकि उसके साथ ही अभी भी फरार हैं। जिनकी तलाश जारी है। सलमान पर एक हापुड़ और एक गाजियाबाद में मुकदमा पहले से ही दर्ज है।
गैंग के फरार सदस्यों की तलाश जारी
क्राइम ब्रांच ने बताया कि वह ट्रक चोरी कर चेचिस नंबर इंजन नंबर और फर्जी एनओसी लाकर संचालन करने वाले अन्य लोगों की तलाश में भी है। गिरोह कई राज्यों में फैला हुआ है। यहां से पुराने ट्रक चोरी करके फर्जी नंबर प्लेट चेचिस नंबर इंजन नंबर बदलकर ट्रांसपोर्ट का काम किया जा रहा है। जल्दी इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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