नोएडा। मोबाइल की किश्त जमा न करने को लेकर दोस्त की हत्या करने वाले दो युवकों को बिसरख थाना पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है। दो दिन पहले सुमंजय नाम के युवक की उसके दो दोस्तों ने हत्या कर दी थी। हत्या के पीछे मोबाइल की किस्त जमाना करने पर टोकना बताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के एटा जिले के कंसुरी गांव के रहने वाले सुमंजय अपने बड़े भाई धनंजय के साथ ग्रेटर नोएडा के हैबतपुर गांव में किराए पर रहते थे। सुमंजय एक रेटेड स्टोर में सेल्समैन की नौकरी करते थे। सुमंजय पुनीत और अमन नाम के युवक से दोस्ती थी। जिसकी वजह से सुमंजय ने अमन को अपने क्रेडिट कार्ड से एक मोबाइल किश्तों पर दिलवाया था। अमन ने कुछ महीने तो मोबाइल की किस्तों को सही से जमा किया था लेकिन कुछ समय से किसने जमा नहीं की जिसको लेकर सुमंजय ने उसे बोला तो वह नाराज हो गया और अमन ने अपने दोस्त पुनीत और विवेक के साथ मिलकर सुमंजय की हत्या कर शव नाले में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या आरोपी पुनीत और विवेक को गिरफ्तार कर लिया जबकि अमन अभी भी फरार है। फरार मुख्य आरोपी अमन की तलाश जारी है। मामले में पुलिस के अधिकारियों ने बताया की हत्या आरोपी पुनीत और विवेक से पूछताछ की जा रही है कि अमन कहां है और किस-किस से उसके संबंध है। पुलिस की टीम में लगातार अमन की तलाश में जगह-जगह दबिशें दे रही है। में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने सुमंजय की हत्या करने की बात को स्वीकार किया है।
पार्टी के बहाने बुलाकर की गई हत्या
सुमंजय की हत्या उसके दोस्तों ने पार्टी में बुलाने के बहाने की। सुमंजय को ठिकाने लगाने के लिए अमन पुनीत और विवेक ने साजिश रचते हुए सिटी हाउसिंग सोसायटी के पास एक जगह बैठकर पार्टी। इसके बाद सुमंजय की रुमाल से गला घांटकर हत्या कर दी और शव नाले में फेंक दिया था। सुमंजय की हत्या करने के बाद तीनों मौके से फरार हो गए थे।
घर न पहुंचने पर भाई ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
भाई धनंजय ने अपने भाई सुमंजय के घर न पहुंचने पर बिसरख थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने कॉल डिटेल देखी तो लास्ट बार उसके दोस्तों से ही बात हुई थी। इसके बाद दो दोस्त पुनीत और विवेक को गिरफ्तार करके पूछताछ की गई तो उन्होंने सुमंजय की हत्या करने की बात स्वीकार की। उनकी निशान देही पर ही सुमंजय के शव को नाले से बरामद कर लिया गया।
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