गाजियाबाद : अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग गिरफ्तार, पांच वाहन बरामद

गाजियाबाद।: मंगलवार को क्राइम ब्रांच पुलिस ने वाहन चोरों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए चार पहिया वाहनों को चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के चार अभियुक्त गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार वाहन चोरों के पास से चोरी के चार पहिया वाहन बरामद किए गए हैं।

पुलिस की पूछताछ में फजर व आलम ने बताया कि हम लोगों का वाहन चोरी करने व बेचने वालों का एक संगठित गिरोह है। गिरोह में हमारे अलावा गुफरान उर्फ भुल्लन, खालिद, नदीम, सोहेल उर्फ शीला, साजिद व समीर सक्रिय सदस्य है जो दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लग्जरी गाडियों को उनकी मांग के अनुसार चोरी कर उसके इंजन नम्बर व चेसिस नम्बर में टैम्परिंग करके उसके फर्जी कागजात तैयार करके दूसरे राज्यों में बेच देते हैं। गिरफ्तार वाहन चोरों ने बताया कि गाड़ी की डिमांड साजिद व समीर हमें बताते हैं फिर हम उस गाड़ी की चोरी करने के लिए कार से ही रैकी करते हैं, और जब रैकी करने के बाद गाड़ी को चिन्हित कर लेते हैं, तब मौका देखकर हम गाड़ी चोरी करके कुछ दूर जाने के बाद उसकी नम्बर प्लेट चेन्ज कर देते हैं, और जीपीएस चैक करके उसको निकालकर फेक देते हैं। फिर चोरी की गाड़ी को अपने छुपाने के स्थानों पर ले जाकर खड़ी कर देते हैं। साजिद व समीर एक्सीडेन्टल व टोटल लॉस की गाडियों के इंजन व चेसिस नम्बर हमें भेजते है। फिर हम उसके इंजन व चेसिस नम्बर की प्लेट को नई बनाकर सोहेल उर्फ शीला से गाड़ी के इंजन व चेसिस पर भी वही नम्बर टैम्पर करा देते हैं। गाडी तैयार होने के बाद पार्टियों को बेंच देते हैं।

चार सालों से कर रहे हैं गाड़ी चोरी की घटनाएं
गिरफ्तार चोरों ने बताया कि वह सभी लोग गाड़ी चोरी करने की वारदात पिछले 4 साल से कर रहे हैं। 4 साल में कई गाड़ियां चोरी करके उनके नंबर प्लेट और चेचिस नंबर बदलकर अन्य राज्यों में बेचकर पैसा कमा चुके हैं। जो गाड़ी बिकती है उसमें सभी हिस्सेदारी बराबर भरा हो पैसे बांट लेते हैं। पुलिस इस वाहन चोर गैंग के अन्य सदस्यों की भी तलाश में जुटी हुई।

फ्लाइट मोड पर रखते थे मोबाइल
गिरफ्तार वाहन चोरों ने यह भी बताया कि जब हम गाड़ी चुराने आते थे, तो उस समय पहचान छुपाने के लिए अपनी गाड़ी की नम्बर प्लेट बदलकर बदलकर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर पहले से तयशुदा स्थान पर इकठ्ठा हो जाते थे और मोबाइलों को फ्लाइट मोड़ पर कर लेते थे। हम लोग आपस में व्हाट्सएप पर ही मैसेज व कॉल करते थे, आपस में नोर्मल कॉल करने से बचते थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार चोरों पर पहले से भी कई चोरी के मुकदमे दर्ज है।

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