गाजियाबाद। युवक की हत्या कर हिंडन नदी में लाश फेंके जाने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। दावा है कि इन्हीं दोनों ने युवक की हत्या कर लाश को नदी में फेंका था।
साहिबाबाद थाना क्षेत्र में राजीव कॉलोनी मोहननगर निवासी नितिन 29 नवंबर को अचानक लापता हो गया। पिता राकेश कुमार ने 2 दिसंबर को थाना साहिबाबाद पहुंचकर उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 6 दिसंबर को नितिन की लाश इंदिरापुरम क्षेत्र में हिंडन नदी से बरामद हुई। जिसके बाद नितिन की गुमशुदगी को हत्या में तरमीम करके प्रकरण की जांच शुरू की गई। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को शिवकुमार और भानू प्रताप सिंह की गिरफ्तारी हुई है। दोनों मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले हैं। पूछताछ में शिवकुमार ने बतायाए मैं नितिन का चचेरा मामा हूं। मोहन हॉस्पिटल के पास मेरी मोबाइल की दुकान है। मेरी दुकान पर ही भानू प्रताप मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता है। शिवकुमार के अनुसारए कुछ समय पहले नितिन भी मोबाइल की दुकान चलाता थाए जो उसने बंद कर दी। जिस पर मैंने उस दुकान का काउंटर व अन्य सामान नितिन से खरीद लिया। उसके कुछ रुपए मेरे ऊपर उधार थे। 29 नवंबर को नितिन मेरे पास तगादा लेकर आया था। इस दौरान हम बातचीत करने लगे। नितिन ने मुझसे कहा कि मामा आप नई दुकान बना रहे हो। इसकी दावत चाहिए। इस पर हम दोनों ठेके पर गए और शराब खरीद लाए। मैंए नितिन और भानूप्रताप तीनों ही दुकान पर बैठकर शराब पी रहे थे।
भांजी पर कर दी थी टिप्पणी
शिवकुमार ने बतायाए नितिन जब ज्यादा नशे में हो गया तो उसने अपनी शादी मेरी भांजी से कराने की बात कही। नितिन ने कहा कि वो मेरी भांजी से तब से परिचित हैए जब वो लॉकडाउन में साहिबाबाद आई थी। हत्यारोपी ने बतायाए नितिन ने नशे में मेरी भांजी को लेकर कई और अशोभनीय बातें कहींए जो मुझे बर्दाश्त नहीं हुईं। इस पर मैंने और भानूप्रताप ने दुकान में रखे सर्जिकल ब्लेड से गला काटकर नितिन की हत्या कर दी। फिर शव को मोटरसाइकिल पर बीच में रखकर इंदिरापुरम कनावनी नहर पुलिया के पास हिंडन नदी में फेंक आए। शव पानी के ऊपर न आएए इसलिए मैंने अपनी जैकेट में कुछ पत्थर रख दिए और उस जैकेट को नितिन के शरीर से बांध दिया।
कपड़े बाइक समेत आलाकत्ल बरामद
पुलिस ने हत्यारोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सर्जिकल ब्लेडए आरोपी के खून सने कपड़ेए वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और मृतक की मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। पुलिस ने बताया कि हत्या करने के बाद शिवकुमार अपनी रिश्तेदारी में अलीगढ़ चला गया था। वहां से वो एक दिसंबर को वापस आ गया और रोजाना की तरह दुकान खोलने लगा। उसको ये लग रहा था कि मामला शांत हो गया है। इसके बाद ही बॉडी रिकवर हो गई और केस खुलता चला गया।
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