गाजियाबाद। अपराधियों के हौंसले दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं। अब एक गैंग ने गोल्ड व्यापारियों से बड़ी रकम की लूट कर ली। शुरूआत में 50 लाख की लूट बताई जा रही थी लेकिन अब एक करोड़ से ज्यादा लुटने की बात कही गई है। लूटने वाले गैंग ने व्यापारियों को उनकी कार में ही असलहों के बल पर बैठाते हुए काफी दूर घुमाया और बाद में रकम लेकर दोनों भाग निकले। कार भी बदमाश ले उड़े। पुलिस ने लूटी गई कार बागपत जिले के खेकड़ा इलाके से बरामद कर ली है।
इंदिरापुरम क्षेत्र में निशांत सरवैया रहते हैं, जो दिल्ली में गोल्ड के कारोबार से जुड़े हैं। इधर, क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में रहने वाले सौरभ भी गोल्ड का बिजनेस करते हैं। दोनों कारोबारियों की मुलाकात मंगलवार देर रात गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में हुई। सौरभ अपनी कार से उतरकर निशांत की वेन्यू कार में बैठे हुए थे। निशांत के मुताबिक, वह अपने घर से गुरुग्राम गए। वहां से कुछ कैश लिया और फिर गाजियाबाद के कविनगर औद्योगिक क्षेत्र में आए। यहां उन्होंने सौरभ को बुलाया था। दोनों दोनों कार में बातचीत कर रहे थे। तभी तीन बदमाश आ धमके। उन्होंने पत्थर मारकर ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर व्यापारी की कनपटी पर बंदूक लगा दी। इसके बाद दो बदमाश मेरी गाड़ी में बैठ गए। बदमाशों ने सौरभ को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर वेव सिटी के सामने उतार दिया और मुझे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के बागपत मोड़ पर उतारकर बागपत की तरफ भाग निकले।
एक करोड़ से ज्यादा की है लूट
चर्चा है कि एक बैग में 50 लाख और दूसरे बैग में करीब एक करोड़ रुपए कैश रखा हुआ था। दरअसल, निशांत और सौरभ दोनों ही कच्ची पर्ची पर गोल्ड खरीद-फरोख्त का लेनदेन करते हैं। ऐसे में इस रकम का एक नंबर में कोई हिसाब मेंटेन नहीं होता। इसीलिए लूट की रकम नहीं बता पा रहे हैं। क्योंकि रकम का पुलिस कमाने का जरिया पूछती और बात खुल जाती।
सौरभ से पूछताछ जारी
पुलिस फिलहाल इस मामले में सौरभ से भी पूछताछ कर रही है। बदमाशों ने निशांत के मोबाइल, कैश, ज्वैलरी और कार लूटी। लेकिन उसके साथी सौरभ के मोबाइल नहीं लूटे। सौरभ के पास अपने मोबाइल मौजूद थे, इसके बावजूद उसने घटनास्थल से ही पुलिस को लूट की जानकारी नहीं दी। उसने सिर्फ अपने बॉस को बताया और घर आकर सो गया।
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