गाजियाबाद: अब स्पेशल टीम करेगी स्क्रैप चोरी मामले की जांच

गाजियाबाद। रेलवे स्टेशन के इलेक्ट्रिक लोकोशेड में हुई स्क्रैप चोरी के मामले की जांच के लिए आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट एस सुधाकर ने स्पेशल टीम का गठन किया है। वजह है कि मामले में आरोपी लोकल स्तर पर चल रही जांच को प्रभावित करने में जुटे हैं। ताकि उन्हें क्लीनचिट मिल सके। इसके लिए हर नीति अपनाई जा रही है। इसकी सुगबुगाहट पर अफसरों ने यह फैसला लिया है।

तकरीबन महीनाभर पहले इलेक्ट्रिक लोको शेड से तीन लाख से ज्यादा का स्क्रैप चोरी करने के मामले में विजिलेंस की टीम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस आधार पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरपी मीना, स्टोर वेरीफाइड टीआर मीना, ठेकेदार असगर समेत 10 लोगों को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने सभी लोगों को जेल भेज दिया था। इस मामले में एक सप्ताह बाद ही सभी को जमानत मिल गई थी। प्रकरण की जांच आरपीएफ निरीक्षक को मिली थी लेकिन इसमें लगातार जांच को प्रभावित करने की अधिकारियों को शिकायतें मिल रही थीं। विवेचक पर लगातार यही दबाव बनाया जा रहा था कि मामले में आरोपियों को क्लीनचिट दे दी जाए। सीनियर कमांडेंट एस. सुधाकर की टीम सभी नामजदों के बयान दर्ज करने के साथ ही जिस कैंटर में 30 की बजाय 40 टन माल भरा गया था। उसके मालिक, ठेकेदार और अन्य लोगों के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है। अभी इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने में एक माह का समय लग सकता है।

फर्म का मालिक था मौके पर मौजूद
जिस फर्म के नाम से 30 टन स्क्रैप खरीदने का ठेका लिया गया था, उसका मालिक व तीन अन्य लोग अंतरिम जमानत पर बाहर हैं। कोर्ट का आदेश भी जांच टीम को मिला है। जांच में पता चला है कि ये सभी लोग स्क्रैप कैंटर में भरवाते वक्त मौके पर मौजूद थे।

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