गाजियाबाद: आरटीई के नियम दरकिनार, एडमिशन की मांग को लेकर पेरेंट्स का धरना

गाजियाबाद। जिले में बुधवार को पेरेंट्स एसोसिएशन ने बीएसए कार्यालय पर आरटीई के छात्रों के एडमिशन को लेकर धरना प्रदर्शन किया। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि 9 महीने बीत जाने के बाद भी लॉटरी के माध्यम से चयनित हुए 2500 से ज्यादा बच्चों का एडमिशन नहीं हो पाया है। लॉटरी के माध्यम से 5842 बच्चों का चयन हुआ था लेकिन, अभी तक बाकी बच्चों को एडमिशन नहीं मिल पाया है।

धरना प्रदर्शन कर रहे एसोसिएशन के पदाधिकारी विवेक त्यागी ने बताया कि जिले के शिक्षा अधिकारी और प्रशासन लगातार उनकी मांग को लेकर अनदेखा कर रहा है। जिसको लेकर आज धरना प्रदर्शन किया गया है। 9 महीने बीत जाने के बाद भी आरटीई के अंतर्गत चयनित हुए गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को एडमिशन नहीं दिया गया है। जिला प्रशासन ने शिक्षा विभाग के लापरवाह अधिकारियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की है और न ही स्कूल संचालकों पर। उन्होंने बताया कि अब तक पेरेंट्स एसोसिएशन ने 3310 बच्चों का दाखिला निजी स्कूलों में कराया है। एसोसिएशन की मांग है कि आरटीई के शत प्रतिशत एडमिशन होने चाहिए। धरना प्रदर्शन के दौरान एडमिशन न लेने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द कर कार्रवाई करने की भी मांग की गई है। जल्दी मांग पूरी नहीं हुई तो एसोसिएशन के पदाधिकारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

स्कूल संचालकों पर कार्रवाई की मांग
बीएससी कार्यालय पर हुए धरने में अनिल सिंह, धर्मेंद्र यादव, नरेश कुमार, कैलाश ठाकुर, राजू सैफी, पवन शर्मा, कौशलेंद्र सिंह, राहुल कुमार, ओमपाल सिंह, पवन पाल, आरती कुमारी, नवीन राठौर और विवेक मौजूद रहे। सभी पदाधिकारी ने प्रशासन से मनमानी करने वाले स्कूलों के संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है।

आगे की रणनीति भी बनाई
जिले में पैरेंट संगठन अब तक 3310 बच्चों का एडमिशन आरटीई के माध्यम से कर चुकी है। लॉटरी के माध्यम से चयनित हुए 2500 से ज्यादा बच्चे अभी भी निजी स्कूलों में एडमिशन से वंचित है। 9 महीना हो गए हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसको लेकर धरना प्रदर्शन कर आगे की रणनीति भी बनाई गई है।

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