मध्य प्रदेश। राजगढ़ जिले के पिपलिया रसोड़ा गांव में बोरवेल में गिरी 5 वर्षीय बच्ची को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ पुलिस ने करीब 10 घंटे के रेस्क्यू बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। बोरवेल से बच्ची सुरक्षित बाहर निकलने पर परिवार में खुशी की लहर है।
5 वर्षीय बच्ची माही पटाड़िया धाकड़ तहसील सारंगपुर की रहने वाली है। माही अपने मामा के यहां पिपलिया रसोड़ा गांव आई हुई थी। वह गांव के बच्चों के साथ खेल रही थी तभी खेलते-खेलते वह बोरवेल में गिर गई। माही जिस बोरवेल में गिरी उसकी गहराई 25 से 30 फीट बताई जा रही है। 5 साल की माही के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलती ही जिला प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया सूचना मिलते ही डीएम एसएसपी मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने सभी प्रयासों को जारी कर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से बच्ची को बाहर सुरक्षित निकलवाया। मध्य प्रदेश में पहले भी बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटनाएं हो चुकी है एक घटना में तो एक बच्चे की मौत भी हुई थी। सरकार द्वारा लगातार बोरवेल खुलना छोड़ने की अपील की जाती है। इसके बाद भी लापरवाही के चलते लोग बोरवेल खुला छोड़ देते हैं। जिससे अक्सर बच्चे उनमें गिरकर फंस जाते हैं। सीहोर जिले के एक गांव में सृष्टि नाम की एक बच्ची की बोरवेल में गिर मौत हुई थी। वहीं विदिशा में मार्च में 7 वर्षीय बच्चा लोकेश बोरवेल में गिर गया था। लोकेश को रेस्क्यू करने में एक दिन लगा था। जिससे उसकी भी मौत हो गई।
टीम ने मन लगाकर किया काम
राजगढ़ डीएम हर्ष दीक्षित ने बताया बच्ची के बोरवेल में गिरने के बाद बचाव अभियान चलाकर बच्ची को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया है। बच्ची पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम को करीब 10 घंटे का वक्त लगा था यहां जेसीबी की मदद से एनडीआरएफ/ एसडीआरएफ में मन लगाकर रेस्क्यू किया और बच्ची को बाहर निकाल लिया। बच्ची परिजनों से मिलकर खुश है।
सकुशल है बच्ची, टीम को शुभकामनाएं: सीएम
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, राजगढ़ जिले के पिपलिया रसोड़ा गांव में एक बच्ची के बोरवेल में गिरने का समाचार प्राप्त हुआ। एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम बच्ची को सकुशल बाहर निकाल लिया है। मैं भी स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में रहा। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू करने वाली टीम को शुभकामनाएं भी दी हैं।