मजदूरों के टनल से निकलने पर मनाई गई बूढ़ी दीपावली, सीएम भी हुए शामिल

उत्तराखंड। देहरादून स्थित सीएम आवास पर उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग से मजदूरों की सुरक्षित वापसी पर ईगास यानी बूढ़ी दीपावली का उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए। इगास समारोह में सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए 41 श्रमिकों में से कुछ के परिवारों से मुलाकात की।

समारोह के दौरान देहरादून में सीएम आवास पर आतिशबाजी की गई। अपने आवास पर मुख्यमंत्री मंत्री ने इगास बग्वाल समारोह के दौरान नृत्य में भी शामिल होकर आनन्द लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और 41 श्रमिकों के परिवार के सदस्यों ने इगास बग्वाल समारोह के दौरान देहरादून में अपने आवास पर एक साथ रात्रिभोज भी किया। समारोह में आए मजदूरों के परिजनों का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माल्यार्पण कर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्विटर पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। श्रमिक भाइयों ने भी उत्तराखण्ड के लोकगीतों पर थिरक कर अपनी ख़ुशी को व्यक्त किया। आज का यह दिन हम सभी प्रदेशवासियों के लिए हर्ष और उल्लास का दिन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में बचाव दल के कर्तव्यनिष्ठ सदस्यों ने सभी श्रमिक भाइयों का रेस्क्यू कर विश्व पटल पर भारत के कौशल का परचम लहराया है। प्रदेश के विकास में समर्पित सभी श्रमवीरों को नमन।

अभियान से आनंदित है पूरा देश
उत्तराखंड सुरंग बचाव अभियान पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा ये भारत सरकार, उत्तराखंड सरकार और कई एजेंसियों ने बहुत अच्छे ढंग से काम किया है इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं। मुझे गर्व है कि खनन मजदूरों ने भी इसमें अच्छा काम किया है। वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा ये देश की सामूहिक इच्छाशक्ति है, आज देश की इज्जत बढ़ी है। किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति में हमारे सभी नागरिकों की जान सुरक्षित रहे इसकी हमें चिंता रहती है। पीएम मोदी ने कल उन मजदूरों से बातचीत की और उनका हालचाल लिया। इस बचाव अभियान से आज देश आनंदित है।

रैट माइनर्स को 50-50 हजार दिए
उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को निकालकर उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद महत्वपूर्ण चेकअप कराने के लिए एम्स ऋषिकेश ले जाया गया है। क्या सभी का मानसिक शारीरिक व अन्य परीक्षण किए जाएंगे ताकि मजदूरों को आगे कोई दिक्कत ना हो। हालांकि दिल्ली एम्स के अधिकारियों का कहना है कि सभी मजदूर स्वस्थ और सुरक्षित है। उत्तराखंड सरकार ने मजदूरों को सकुशल बाहर निकलने वाले रैट माइनर्स को 50-50 हजार की प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की है।

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