जम्मू कश्मीर। राजोरी जिले के बाजीमाल में मुठभेड़ में सेना के जवानो ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारियों समेत पांच जवान भी शहीद हो गए। साथ ही एक जवान घायल है। मुठभेड़ में मारे गए एक आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का एक उच्च स्तर का कमांडर था और पाकिस्तानी नागरिक बताया जा रहा है। राजौरी जिले के धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में आतंकवादियों की आवाजाही की सूचना पर रविवार से यहां आतंकियों की तलाशी के लिए अभियान चलाया जा रहा है इसी दौरान आज मुठभेड़ हुई थी। पीआरओ डिफेंस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान क्वारी नाम का एक आतंकवादी मारा गया है। जबकि दूसरा आतंकवादी पाक नागरिक है। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया है। वे लश्कर-ए-तैयबा का उच्च पदस्थ आतंकवादी नेता था। वह पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी-पुंछ में सक्रिय है। उसे डांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है। उसे क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए भेजा गया था। वह गुफाओं से छिपकर काम करता था और एक प्रशिक्षित स्नाइपर भी था। पिछले साल से ही वह राजौरी-पूंछ के इलाके में अपने ग्रुप के साथ सक्रिय था। उसे डांगरी और कंडी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो यह आतंकवादी कई दिन पहले कालाकोट में एक घर में आए वहां मौजूद महिलाओं से बात की और कुछ लोगों की जानकारी मांग रहे थे।
सात लोगों की जान ले चुके हैं आतंकवादी
इन आतंकवादियों द्वारा एक जनवरी को राजोरी के ढांगरी में दोहरे आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था। तब सात लोगों की मौत हो हुई थी। इमसें पांच लोग गोलीबारी में और दो लोग आईईडी ब्लास्ट में मारे गए थे। एक बार फिर से यह आतंकवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।
इन जवानों ने लिया सीधा मोर्चा
कर्नाटक के कैप्टन एमवी प्रांजल, 63 आरआर/ सिग्नल, आगरा के कैप्टन शुभम, 9-पैरा और जम्मू के पुंछ के हवलदार माजिद, 9-पैरा के रूप में हुई है। शहीद जवान की पहचान अभी नहीं बताई गई है। 9 पैरा के मेजर मेहरा के हाथ और छाती में चोट आई है। उन्हें उधमपुर के कमांड अस्पताल में एयरलिफ्ट कर पहुंचाया गया है। जबकि एक जवान को राजोरी में 50 जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।