गाजियाबाद। जालसाजों ने एक ही संपत्ति पर दो अलग बैंकों से 60 लाख रुपये का लोन ले लिया। इतना ही नहीं वो संपत्ति भी एक अन्य व्यक्ति के हाथ बेची जा चुकी थी। बैंक अधिकारियों को इसकी जानकारी उस वक्त हुई, जब किश्त जमा न होने पर बैंक ने संपत्ति कब्जे में लेना चाही। अब इस मामले में बैंक प्रबंधक की ओर से धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा लिखाया गया है।
एक फ्लैट पर दो बार बैंक से लोन लेकर 60 लाख रुपये हड़पने का मामला सामने आया है। इस संबंध में विजयनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। विजयनगर स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की शाखा के प्रबंधक जेपी सिरोही ने बताया कि गगन एन्क्लेव के विरेंद्र कुमार सिंह ने फ्लैट खरीदने के लिए उनकी शाखा में 20 लाख रुपये का लोन दिसंबर 2017 में लिया गया था, जिसमें उनके साथ अनीता शर्मा भी शामिल थीं। दोनों की पहचान वाल्मिकी कुंज के गौतम गौड़ तथा गोविंदपुरम के नवीन पंडित ने की और गारंटी हापुड़ के गणेशपुरा के पुष्पेंद्र तोमर ने ली थी।
नौ साल पहले हो चुका हस्तांतरण
लोन की किश्त जमा न करने पर फ्लैट की नीलामी की प्रक्रिया की गई तब पता चला कि जुलाई 2014 में अनीता शर्मा ने पूरे प्लॉट का हस्तांतरण पूर्वा दुलीचंद नसरतपुरा निवासी राजकुमार गुप्ता को कर दिया था।
पहले से लिए बैठे थे 40 लाख का लोन
आरोप है कि इस संपत्ति पर पूर्व में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की साहिबाबाद शाखा से भी 40 लाख रुपये का लोन लिया था और संपत्ति को पहले ही बेचा जा चुका है। एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल ने बताया कि इस मामले में विरेंद्र कुमार सिंह, अनीता शर्मा के अलावा गौतम गौड़, नवीन पंडित, पुष्पेंद्र तोमर, राजकुमार गुप्ता, लाजपत नगर के अशोक कुमार, विशाल कुमार शर्मा और प्रेमलता शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
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