गाजियाबाद। पानी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे खोड़ा रेजीमेंट संगठन के दीपक जोशी, अमर सिंह और मनोहर दत्त को जनता का लगातार समर्थन मिल रहा है। यह तीनों लोग 13 दिन से स्वच्छ पानी के लिए भूख हड़ताल कर रहे हैं। सालों से इस खोड़ा इलाके को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है।
पानी की समस्या को लेकर कई लोग इस इलाके से अपने-अपने मकान बेचकर यहां से जा चुके हैं। वार्ड नंबर 30 की पार्षद सोनू जोशी ने बताया कि यहां लगातार वाटर लेवल गिरता जा रहा है। यहां बोरिंग करने में लगभग 4 से 5 लख रुपए का खर्चा आता है इसके बाद भी शुद्ध पानी पीने को नहीं मिल पाता। यहां के लोग डिब्बा बंद पानी खरीदने को मजबूर होते हैं। धरने पर समर्थन करने पहुंचे लोगों ने बताया कि खोड़ा कॉलोनी की आबादी करीब 12 लाख है। इसके बाद भी यहां शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे चुनाव के वक्त केवल उनसे मीठे-मीठे वादे किए जाते हैं लेकिन उन वादों पर चुनाव जीतने के बाद अमल नहीं किया जाता। जिसके कारण यहां के लोग पेयजल आपूर्ति की बाधा को झेल रहे हैं। भूख हड़ताल के समर्थन में पहुंचे लोगों को कहना है कि हम लोग दिन रात इन तीनों लोगों का साथ दे रहे हैं। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी हम इसी तरह आंदोलन जारी रखेंगे।
20 साल से नहीं हुआ समाधान
भूख हड़ताल पर बैठे खोड़ा रेजीमेंट संगठन के अध्यक्ष दीपक जोशी ने बताया इलाके के लोगों को पेयजल आपूर्ति देने के लिए पाइपलाइन बिछाने के लिए 2018 में 127 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। जो अब 600 करोड़ का हो गया है। पेयजल की समस्या को लेकर इस इलाके में 20 साल से ज्यादा हो गए। लेकिन इसके बाद भी यहां किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिसकी वजह से भूख हड़ताल शुरू करनी पड़ी है।
डिब्बे के पानी के भरोसे एक लाख की आबादी
भूख हड़ताल का समर्थन करने पहुंचे कुछ लोगों ने बताया कि इस इलाके की आबादी लगभग एक लाख बताई जा रही है। यहां के लोग टैंकरों से आने वाले पानी या डिब्बा बंद पानी पीने को मजबूर है। पानी की समस्या को लेकर दीपक जोशी अमर सिंह और मनोहर दत्त भूखहड़ताल कर रहे हैं। यहां के लोगों को कहना है कि शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी की वजह से यहां की करीब 1 लाख आबादी डिब्बा बन्द पानी पीने को मजबूर है।
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