गाजियाबाद। भोजपुर थाना क्षेत्र के फरीदनगर चौकी प्रभारी को डीसीपी ग्रामीण ने मिनी ट्रक रिश्वत लेकर छोड़ने के आरोप में निलंबित कर दिया है। फरीदनगर चौकी प्रभारी श्रीनिवास गौतम पर रिश्वत लेकर मीट से भरे तीन मिनी ट्रक छोड़ने का आरोप था।
दरअसल फरीदनगर चौकी प्रभारी श्रीनिवास द्वारा छोटी दीपावली यानी 11 नवंबर की शाम को मीट से भरे तीन मिनी ट्रक रोकने के बाद चेक किए थे। जिन्हें रिश्वत लेने के बाद छोड़ दिया था। इस पूरे मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो पूरे मामले की गोपनीय जांच बताई गई। पुलिस के अधिकारियों की गोपनीय जांच में फरीदनगर चौकी इंचार्ज श्रीनिवास गौतम दोषी पाए गए। जिसको लेकर डीसीपी ग्रामीण ने उन्हें निलंबित कर दिया। चौकी इंचार्ज ने पूरे मामले में किसी भी उच्च अधिकारी को कोई सही जानकारी नहीं दी और उन्हें गुमराह भी किया। इस मामले में एसएचओ व अन्य पुलिसकर्मियों पर भी जांच के बाद गाज गिर सकती है।
60000 में हुआ था समझौता
पुलिस की जांच में पता चला कि चौकी इंचार्ज ने मीट से लदे ट्रक छोड़ने के एवज में 60 हजार रुपये वसूले थे। रुपए वसूलने की सूचना पुलिस के उच्च अधिकारियों को दी गई। बताया गया कि चौकी इंचार्ज ने पहले तीनों ट्रैकों को पास करने के लिए एक लाख रुपये मांगे। जबकि 60 हजार में सौदा तय हो गया। जबकि इसके बाद चौकी इंचार्ज ने तीनों ट्रक निकाल दिए।
एसएचओ हो सकती है कार्यवाही
सूत्रों की माने तो चौकी प्रभारी के निलंबित होने के बाद अब एसएचओ की भूमिका की पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा गोपनीय जांच कराई जा रही है। जांच में अगर एसएचओ दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा चौकी पर तैनात कई अन्य पुलिसकर्मियों पर भी जांच की आंच आ सकती है।
Discussion about this post