गाजियाबाद। घर की छत ढहाने गए मजदूर के साथ दर्दनाक हादसा हो गया। मजदूर जिस छत को गिरा रहा था, उसका छज्जा उसके तीन साल के मासूम बच्चे पर आ गिरा। बच्चे की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
सिखेड़ा गांव में रहने वाला मोमिन मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। सोमवार को वह गांव के ही एक व्यक्ति का मकान तोड़ने गया था। वहां दीवार के सहारे वह छत गिरा रहा था। इस दौरान उसका तीन साल का बेटा गोलू वहां आ गया। मोमिन काम में व्यस्त था, ऐसे में बच्चे को नहीं देख सका और छज्जे पर हथौड़े बजाता रहा। कुछ देर बाद छज्जा भरभराकर नीचे आ गिरा, वहीं गोलू इसके मलबे में दब गया। वहां से गुजर रहे लोगों का शोर सुनकर वह रुका तो पता लगा कि बेटा ही मलबे में दबा है।
भीड़ ने हटाया मलबा
बताया जाता है कि मोमिन को यह पता लगा तो वह बदहवास हो गया। जबकि गांव के अन्य लोग मलबा हटाने में जुट गए। तकरीबन घंटेभर बाद मलबा हटाकर गोलू को निकाला गया। जबकि बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां डाक्टर ने उसे मृत घोशित कर दिया।
परिजनों का कार्रवाई से इंकार
पुलिस के मुताबिक मोमिन के तीन बेटों में गोलू मझला था। उसकी मौत के बाद पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं परिवार वालों ने पुलिस से पोस्टमार्टम समेत अन्य किसी कार्रवाई के लिए इंकार कर दिया। जबकि बाद में शव के अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी गई।
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