सुपारी किलर राशिद कालिया का काल बनी एसटीएफ, एनकाउंटर में किया ढेर

झांसी। कुख्यात अपराधी व सुपारी किलर राशिद कालिया को एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया। राशिद पर सवा लाख का इनाम था और तीन साल से कानपुर पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। कानपुर में राशिद ने बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या की थी। कानपुर के अलावा नौ अन्य जिलों की पुलिस भी उसे ढूंढ रही थी।

शनिवार को एसटीएफ को सूचना मिली कि राशिद कालिया मऊरानीपुर में एक व्यक्ति की हत्या करने जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर उसे रोकने की कोशिश की, तब वह भाग गया। इस पर टीम ने उसका पीछा किया। 20 मिनट तक वह कच्चे रास्तों पर टीम को छकाता रहा। जबकि बाद में वह सितौरा की ओर मुड़ गया। तब एसटीएफ की दूसरी टीम सामने से आ गई। आगे-पीछे से खुद को घिरता देख राशिद कालिया फायरिंग करने लगा। दोनों तरफ से 10 मिनट तक 10 राउंड फायरिंग हुई। फायरिंग में एसटीएफ के डिप्टी एसपी संजीव दीक्षित और इंस्पेक्टर घनश्याम यादव को भी गोली लगी। मगर, बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने से उनकी जान बच गई। टीम की जवाबी फायरिंग में कालिया के सीने में गोली लगी। इससे वह गिर गया। पुलिस ने उसे मऊरानीपुर अस्पताल ले गई। वहां से झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। राशिद कालिया कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के चिश्तीनगर का रहने वाला था।

सेंगर हत्याकांड से रडार पर था
20 जून, 2020 में कानपुर के चकेरी इलाके में बसपा नेता नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर की गोलियों से छलनी करके हत्या कर दी गई। हत्याकांड को अंजाम देने के लिए पल्सर और बाइकों पर सवार होकर चार शूटर आए थे। तफ्तीश में खुलासा हुआ कि पल्सर अहसान कुरैशी चला रहा था, जबकि पीछे राशिद कालिया बैठा था, जबकि दूसरी बाइक फैसल कुरैशी चला रहा था और सलमान बेग पीछे बैठा था। इस कांड में पप्पू स्मार्ट, महफूज अख्तर, साऊद अख्तर समेत 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, मगर राशिद कालिया फरार चल रहा था।

सुपारी लेकर हत्याएं करता था राशिद
कालिया सुपारी लेकर हत्या करने के लिए कुख्यात था। 10 जिलों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। कालिया इतना शातिर था कि बताया जाता है कि उसकी एक भी फोटो पुलिस के पास नहीं थी। न ही वह मोबाइल का इस्तेमाल करता था। इसलिए, कालिया की गिरफ्तारी का जिम्मा एसटीएफ को दिया गया था। ैज्थ् लगातार कालिया को ट्रैक कर रही थी, लेकिन हर बार वह चकमा देकर फरार हो जाता था। कालिया पर झांसी, कानपुर नगर में लूट, हत्या जैसे संगीन अपराधों के 13 केस दर्ज हैं। कानपुर पुलिस ने कालिया पर 1 लाख जबकि झांसी पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।

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