गाजियाबाद। साहिबाबाद के टीएचए इलाके में रहने वाली तकरीबन साढ़े छह लाख की आबादी को अभी तीन दिन और वाटर सप्लाई नहीं मिल सकेगी। वजह है कि गंगनहर की सफाई के बाद हिंडन नदी में पानी छोड़ा गया है। क्योंकि छठपूजा पर वहां श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है। जिम्मेदारों का कहना है कि छठ पूजा का पर्व पूरा होने के बाद सिद्धार्थ विहार प्लांट को पानी की सप्लाई दी जाएगी।
गंगनहर की वार्शिक सफाई के कारण पिछले महीने से सप्लाई बंद हो गई थी। पेयजल की व्यवस्था केवल जीडीए के भरोसे रह गई थी। इधर, गंगाजल परियोजना इकाई उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) अधिशासी अभियंता उन्मेश शुक्ला ने बताया कि सिद्धार्थ विहार प्लांट के इनटेक प्वाइंट तक बृहस्पतिवार को भी पानी प्राप्त नहीं हो पाया। हालांकि, गंगनहर में पानी आया है। दोनों प्लांट को चलाने के लिए 150 क्यूसेक पानी होना जरूरी है। प्लांट में पानी भंडारित होने पर ही टीएचए और नोएडा को गंगाजल आपूर्ति हो सकेगी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गंगनहर को दो हजार क्यूसेक पानी दिया गया है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता पीके जैन ने बताया कि दीपावली की रात गंगनहर में हरिद्वार से पानी छोड़ा गया था। मंगवार को पानी मेरठ में भोला की झाल पर पहुंच गया था। वहां से हिंडन नहर को पानी दे दिया गया। जिससे हिंडन घाट पर छठ पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कत नहीं हो। इस कारण अभी निवाड़ी के आसपास नहर में दो फुट के स्तर पर पानी है जबकि सामान्य दिनों में नहर में आठ फुट तक पानी रहता है।
ये है मुख्य समस्या
इलाकाई लोगों के मुताबिक जीडीए और निगम अधिकारी 151 नलकूप से पानी देने का दावा करते हैं लेकिन वसुंधरा जोन और इंदिरापुरम के 6.50 लाख लोगों को घंटे भर भी पानी नहीं मिल पाता है। कई इलाकों में जीडीए और निगम ने टेंकर से भी पानी नहीं पहुंचा। इस कारण लोगों को पेयजल संकट झेलना पड़ रहा है। 20 लीटर की बोतल 40 से 100 रुपये में बेचकर पानी कारोबारी मौके को भुना रहे हैं।
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