दिल्ली को उड़ी फ्लाइट धुंध में फंसी, जयपुर में हो गई लैंडिंग

मेरठ। स्मॉग दिनोंदिन नई समस्या को जन्म दे रहा है। जहां एक ओर स्मॉग के कारण दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में खराब एयर क्वालिटी के कारण इंडिगो की फ़्लाइट आसमान में अटक गई। पुअर विजिबिलिटी और स्मॉग बहुत अधिक होने के कारण फ्लाइट को आगे बढ़ने के लिए क्लियर रास्ता नजर नहीं आया। इसकी वजह से फ्लाइट को बीच रास्ते हवा में ही होल्ड करना पड़ा।

थोड़ी देर बाद फ्लाइट आगे बढ़ी तो जैसे तैसे रास्ता समझ आया। खराब हवा के कारण फ्लाइट दिल्ली के बजाय जयपुर पहुंच गई। फ्लाइट में एमएसएमई मंत्री राकेश सचना भी मौजूद थे। उनके साथ ही रालोद नेता रोहित अग्रवाल और अनिल दुबे भी फ्लाइट में सफर कर रहे थे। सभी यात्री जयपुर पहुंच गए। राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने एक्स प्लेटफार्म पर यह जानकारी शेयर की है। उन्होंने लिखा- दिल्ली के पॉल्यूशन ने हवा में प्लेन को होस्टेज बनाया। पहले पायलट ने अनुंसमेंट की 30 मिनट में विजिबिलिटी बेहतर हो जाएगी। इसके बाद लैंड कर जाएंगे। फिर बोला गया अभी 20 मिनट और इंतजार करना होगा। नही तो जयपुर लैंड करेंगे। 45 मिनट की लखनऊ से दिल्ली की फ्लाइट 2.30 घंटे बाद भी दिल्ली में लैंड करने के लिए लो विजिबिलिटी के कारण आसमान में है। मोबाइल में इंटरनेट ना होने के कारण किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। पहली बार ऐसा लगा जैसे पूरा नेटवर्क ध्वस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि 2.30 घंटे बाद पायलेट ने कहां विजिबिलिटी में कोई इंप्रूवमेंट नहीं है। इसलिए हम जयपुर की तरफ फ्लाइट ले जा रहे हैं। दिल्ली जाना था। पहुंच गए जयपुर 2.45 मिनट बाद जयपुर आगे कुछ नही पता किया होगा। दिल्ली का प्रोग्राम तो अब नहीं अटेंड कर पाएंगे ये तो लगभग पका ही है।

रालोद नेता ने किया कमेंट
रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने बाद में एक्स पर रिट्वीट करके लिखा- इंडिगो की फ्लाइट में अभी भी कोई क्लेरिटी नहीं और हम लोग फ्लाइट के अंदर बैठे हुए हैं कौन सी व्यवस्था है कौन जिम्मेदार है। फ्लाइट के अंदर एमएसएमई मंत्री राकेश सचान भी मौजूद है। रोहित अग्रवाल रोलाद व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनके साथ फ्लाइट में अनिल दुबे भी फंसे रहे। अनिल दुबे रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। रोहित अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली की हवा ने फ्लाइट को होस्टेज बना दिया।

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