गाजियाबाद। शुद्ध पानी मुहैया कराए जाने की मांग को लेकर जिले की खोड़ा इलाके में तीन लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इन लोगों के इलाके में शुद्ध पानी की बेहद दिक्कत हो रही है। भूख हड़ताल के समर्थन में आसपास के लोग भी उतरे हैं। सभी लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से शुद्ध पानी मुहैया कराई जाने की मांग की है।
भूख हड़ताल पर बैठे अमर सिंह, मनोहर दत्त और दीपक जोशी ने बताया यहां का जलस्तर लगभग 500 फीट से नीचे पहुंच गया है। जिसकी वजह से इसे डार्क जोन घोषित किया गया है। डार्क जोन होने की वजह से यहां बोरिंग करने पर रोक लगी हुई है। ऐसे में लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। भूख हड़ताल पर बैठे तीनों लोगों का कहना है कि आज उन्हें सातवां दिन है, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन या किसी भी राजनेता ने उनके समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया है। उनका कहना है कि जब तक हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक हम भूख हड़ताल जारी रखेंगे। यहां के लोगों को कहना है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते हैं, वैसे-वैसे इन लोगों को तमाम तरीके के प्रलोभन देकर उनकी समस्या का समाधान करने की बात कही जाती है।
बोरिंग के बाद भी नहीं मिलता पानी
पेयजल आपूर्ति से जूझ रही 12 लाख की आबादी वाले खोड़ा की यह सबसे बड़ी समस्या है। यहां अगर बोरिंग कराया जाए तो कई लाख रुपए का खर्चा होता है। उसे पर भी प्रशासन का पहरा है क्योंकि यहां डाक जोन घोषित किया गया है। अगर कोई व्यक्ति बोरिंग कर भी लेता है तो वह फेल हो जाता है। जिसे पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं होता है और हम लोगों को दिक्कत होती है।
70 टैंकरों के भरोसे है पेयजल आपूर्ति
भूख हड़ताल की समर्थन में पहुंचे लोगों का कहना है कि यहां 70 टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाती है। इन टैंकरों को सुबह शाम दो वक्त गंगाजल आपूर्ति कर लोगों को पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है। लोगों का यही कहना है कि यहां प्रत्येक परिवार को 200 लीटर पानी दिया जाता है। जो पर्याप्त न होने की वजह से सभी परिवारों को दिक्कत होती है।