उत्तराखंड। उत्तरकाशी-यमनोत्री मार्ग पर स्थित सिल्क्यारा-ड़डलगांव के बीच टनल धंस गया। जिसमें 40 लोग फंस गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू हो गया है।
टनल में फंसे मजदूरों तक ऑक्सीजन पानी और खाने की व्यवस्था भी लगातार की जा रही है। सिल्क्यारा-ड़डलगांव के बीच करीब साढ़े चार किलोमीटर लम्बी व 14 मीटर चौड़ी टनल बनाई जा रही है। टनल का 50 मीटर का हिस्सा धंस गया जिसमें 40 मजदूर फंसे हुए हैं। सभी मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। टनल धंसने की सूचना मिलते ही प्रशासन एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड के करीब 156 कर्मी बचाव एवं राहत कार्य में लगे हुए हैं। सभी मजदूरों को सुरक्षा निकालने में करीब 2 से 3 दिन का समय और लग सकता है। फिलहाल रेस्क्यू जारी है। अधिकारी भी लगातार अपडेट लेते ले रहे हैं। मामले में एसपी अपर्णा यदुवंशी ने बताया कि टनल का 50 मीटर का हिस्सा धंस गया है। टनल स्टार्टिंग बिंदु से करीब 200 मीटर अंदर धंसा है। बताया जा रहा है कि इस टनल को चार धाम रोड प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है। एक्सटर्नल के बनने के बाद उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम की बीच की दूरी 26 किलोमीटर कम हो जाएगी।
मलबा गिरने से हो रही दिक्कत
सर्किल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने बताया कि मलबा लगभग 60 मीटर तक है। जैसे हम मलबा हटा रहे हैं, ऊपर से मलबा गिर रहा है। हमने लगभग 15-20 मीटर तक मलबा हटा लिया है। सभी लोग सुरक्षित हैं। ऑक्सीजन, राशन और पानी भी भेजा जा रहा है। अंदर लगभग 40 लोग हैं। हम साइड से रेस्क्यू कर मजदूरों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जताई चिंता
टनल धंसने की घटना की जानकारी मिलने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अधिकारियों से संपर्क कर रेस्क्यू ठीक से करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने भगवान से सभी मजदूरों को सुरक्षित वापस निकालने के लिए प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री लगातार अधिकारियों से टच में है और रेस्क्यू की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की रेस्क्यू में किसी भी तरह की कोई कमी और रहने ना पाए।
Discussion about this post