मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 20 लाख की ठगी

गाजियाबाद। कौशांबी थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर वृंदावन कॉलोनी के रहने वाले रत्ना त्रिपाठी को करियर काउंसलर बनकर उनसे संपर्क कर बेटी को बांदा के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 20 लाख की धोखाधड़ी की गई। धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद रत्ना त्रिपाठी ने पूरे मामले की शिकायत कौशांबी थाने में तीन लोगों के खिलाफ की है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी।

पुलिस से की गई शिकायत में रत्ना त्रिपाठी ने बताया उनकी बेटी नव्या नीट की तैयारी कर रही है। उनके पास अनजान नंबर से फोन आया जिसमें युवती ने अपना नाम हर्षिता बताया। हर्षिता ने इसके बाद अरुण राजपूत नाम के व्यक्ति से बात कराई। अरुण ने नव्या का एडमिशन बांदा के सरकारी मेडिकल कॉलेज में करने की बात करके उनसे 20 लाख रुपए अपने खाते में डलवाए। अरुण ने यह भी बताया की इन लोगों ने पहली बार में एक लाख, दूसरी बार में कागजात के साथ 5 लाख और तीसरी बार में 14 लख रुपए अपने खाते में डलवाए थे। पैसे भेजने के बाद रत्ना त्रिपाठी ने इन लोगों से बेटी के एडमिशन कराने की बात कही तो इन लोगों ने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की गई।

मामले की की जा रही है जांच
इंदिरापुरम एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। रत्ना रतन त्रिपाठी नाम से शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस लोगों को कई बार ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जागरूक करती है, लेकिन फिर भी लोग लालच में आकर फंस जाते हैं। जल्दी घटना का खुलासा कर जालसाजों को गिरफ्तार किया जाएगा।

तीन लोगों ने की लाखों की ठगी
रत्ना त्रिपाठी ने बताया कि उनके पास सबसे पहले हर्षिता नाम की एक लड़की का कॉल आया था। हर्षिता ने अपने अपने मालिक से बात करते हुए बताएगी वह अरुण राजपूत है। इसके बाद पूरी कहानी में तीसरे आदमी नीतीश कुशवाहा नाम के युवक की एंट्री हुई। इन तीनों लोगों ने मिलकर रत्ना त्रिपाठी की बेटी के एडमिशन के नाम पर 20 लाख रुपए की ठगी कर ली।

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