कारोबारी के कर्मचारी ने रची थी लूट की साजिश, पांच बदमाश पकड़े

गाजियाबाद। स्टील कारोबारी के कर्मचारी ने लूट की साजिश खुद रची थी। इसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने शातिर मनोज को एनकाउंटर के बाद पकड़ा है। उसके पैर में गोली लगी है। वहीं चार अन्य बदमाश भी पकड़े गए हैं। इन्हीं से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने यह खुलासा किया है।

नगर कोतवाली क्षेत्र में चौधरी मोड़ के पास धोबीघाट आरओबी पर स्टील कारोबारी संदीप गर्ग के कर्मचारी कमलेंदू से चार नवंबर की रात की गई 9.50 लाख की लूट की घटना हुई थी। पुलिस ने बदमाश मनोज कुमार को बृहस्पतिवार रात मुठभेड़ में पकड़ा। उसके पैर में गोली लगी है। उससे पूछताछ के बाद उसके चार अन्य साथियों को गिरफ्तार किया। कारोबारी की फैक्टरी में ही काम करने वाले विनय तिवारी ने लूट की साजिश रची और वारदात कराई। विनय फैक्टरी में पानी पिलाने का काम करता है। डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने बताया पकड़े गए बदमाश कविनगर के महेंद्रा एंक्लेव निवासी मनोज कुमार, कविनगर के ओद्योगिक क्षेत्र निवासी रोहित, रजापुर निवासी विश्वनाथ, भाटिया मोड़ निवासी विनय तिवारी और सिहानी गेट क्षेत्र के दौलतपुरा निवासी राहुल है। इनके पास से लूटी गई रकम में से 6.30 लाख रुपये के साथ तमंचा और वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद की है। बरामद स्कूटी चार नवंबर की रात को ही बदमाश घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही छोड़कर फरार हो गए थे। मनोज चालक है, रोहित एक फैक्टरी में काम करता है, विश्वनाथ एक कंपनी में डिलीवरी बॉय है और राहुल का चिकन की दुकान है। डीसीपी ने बताया कि मनोज के खिलाफ चोरी, आर्म्स एक्ट, लूट और गैंगस्टर के सात मुकदमे हैं। एक फरार आरोपी शोभित की तलाश की जा रही है।

एक और गिरोह भी था शामिल
एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल ने बताया पूछताछ में पता चला कि विनय ने रुपये के लालच में लूट की साजिश रची। विनय ने बताया वह राहुल की दुकान पर शराब पीने और चिकन खाने जाता रहता है। वहां उसने राहुल से लूट की साजिश रचने की बात कही। दोनों ने मिलकर उसकी दुकान पर आने वाले विश्वनाथ, मोहित, शोभित, रोहित के साथ मिलकर एक महीने पहले लूट की साजिश रची। मौका देखकर विश्वनाथ, मोहित, शोभित और रोहित ने कमलेंदू से लूट की। घटना के समय शोभित ने कमलेंदू के साथ मारपीट की थी। इन्होंने साथ ही एक दूसरे गिरोह से भी संपर्क साधा हुआ था कि अगर वे लूट की वारदात में कामयाब नहीं हो पाते तो वे दूसरे गिरोह से वारदात कराते। डीसीपी का कहना है कि उसके बारे में जानकारी की जा रही है।

परिचौक से पीछे लगे थे लुटेरे
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में विनय ने बताया कि साजिश के तहत उसने दो स्कूटी के नंबर गिरोह के साथियों को व्हाट्सएप पर दिए थे। जिससे कमलेंदू अक्सर कलेक्शन के लिए जाता था। चार नवंबर को जब कमलेंदू गया तो उसने अपने साथियों को बता दिया। इसके बाद वे परी चौक से उसके पीछे लग गए। धोबीघाट आरओबी के पास सुनसान इलाका देख उन्होंने वारदात की।

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