लखनऊ। यूपी 112 में तैनात 205 महिला कर्मचारियों के खिलाफ दो मुकदमे लिखे जा चुके हैं। पहला मुकदमा पुलिस ने अपनी ओर से लिखाया, जबकि नई कंपनी वी विन ने भी एक केस लिखाया है। आरोप है कि इन कर्मचारियों के कारण हेल्पलाइन से जुड़ा काम प्रभावित हुआ। जबकि आफर लेटर दिए जा चुके थे। बावजूद इसके कंपनी के कर्मचारियों से मारपीट की गई।
इससे पहले सुशांत गोल्फ सिटी थाने के दरोगा धीरेंद्र प्रताप की तरफ से 5 लड़कियों को नामजद करते हुए 200 प्रदर्शन करने वाली लड़कियों पर केस दर्ज हुआ था। पुलिस एक्शन के बीच लड़कियां ईको गार्डन में डटी हुई हैं। डायल-112 की लड़कियों का धरना चौथे दिन यानी गुरुवार को भी जारी है। खुले आसमान और ठंड के बीच लड़कियां ईको गार्डन से हटी नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक, धरने पर बैठी 5 लड़कियों की 112 के अधिकारियों से मुलाकात कराई गई। जिसके बाद उनकी मांगों को लेकर चर्चा हुई, लेकिन 18 हजार सैलरी को लेकर बात नहीं बनी। इसके बाद लड़कियों को बैरंग धरनास्थल पर लौटा दिया गया। लड़कियों का कहना है कि हेल्पलाइन पर हर रोज करीब 1 लाख फोन आते हैं। डायल-112 में लगभग 673 महिला कर्मचारियों की रोजाना 3 शिफ्टों में ड्यूटी लगती है। लड़कियों के मुताबिक, त्योहार आने पर डेढ़ लाख तक काल आती हैं। उन्हें अटेंड करके समाधान करना, आसान काम नहीं है। इसलिए वेतन बढ़ना चाहिए।
ये लिखाया गया मुकदमा
वी-विन लिमिटेड के परियोजना निदेशक सैयद अहमद ने अपनी तहरीर में लिखा है कि 3 नवंबर की रात से कंपनी की ओर से कांट्रेक्ट सर्विस सेंटर शुरू किया गया था। छह नंबर से अचानक यहां पहले से काम कर रही संवाद अधिकारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। जबकि सबको ऑफर लेटर मेल पर दिए गए हैं। इसकी जानकारी प्रदर्शन करने वालों को मौखिक और मेल पर दिया गया। इसके बाद भी उनका प्रदर्शन जारी है। इस दौरान उन्होंने हमारे कर्मचारियों के साथ हाथापाई की। जिससे हेल्पलाइन का काम भी प्रभावित हुआ है। सैयद अहमद की तहरीर पर पुलिस ने 200 संवाद कर्मचारियों पर गैरकानूनी सभा में शामिल होकर शांति भंग करने, लोक सेवक से मारपीट कर काम में बाधा पहुंचने व गाली-गलौज करने की धारा में एफआईआर की है।
काफी देर में लग रही कॉल
शहीदपथ अर्जुनगंज स्थित डायल 112 सर्विस में आउटसोर्स पर तैनात टेली कालर आज चौथे दिन भी धरने पर बैठी हैं। जिससे कंट्रोल रूम का काम लगातार प्रभावित हो रहा है। इसका ही नतीजा है कि डायल-112 नंबर पर कॉल या तो एक बार में रिसीव नहीं हो रही है या काफी वक्त लग रहा है।
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