गाजियाबाद। लोनी कोतवाली इलाके में छह सात साल बंद पड़ी पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से मकान की छत गिर गई। हालांकि विस्फोट होने से कोई भी हताहत नहीं हुआ है। विस्फोट के बाद लगी भीषण आग पर स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड ने काबू पाया। पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से इलाके में अफरा तफरी का माहौल हो गया।
मामला ऋषि मार्केट कॉलोनी का बताया जा रहा है। यहां की एक बंद पटाखा फैक्टरी में देर रात तेज आवाज के साथ धमाका हो गया। घनी आबादी में बनी पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट का धमाका होने से अफरातफरी मच गई। इस विस्फोट में फैक्ट्री का एक कमरा गिर गया। पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची जहां स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। पटाखा फैक्टरी में धमाका हुआ। धमाके की गूंज काफी दूर तक लोगों को सुनाई दी। धमाके के चलते आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकले। बंद पटाखा फैक्ट्री से आग और धुंआ निकल रहा था। पुलिस ने वहां मौजूद भीड़ को हटाया। पुलिस ने बताया कि पटाखा विस्फोट होने से किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है।
कई सालों से बंद पड़ी है फैक्ट्री
एसीपी रजनीश कुमार उपाध्याय ने थाना लोनी के ऋषि मार्किट में बंद मकान में विस्फोट होने की सूचना स्थानीय पुलिस को मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो बंद मकान से धुआं निकल रहा है। पड़ोसियों के माध्यम से ऊपर जाकर देखा तो उसमे दो कमरे काफी जर्जर अवस्था में बने हुए थे। फैक्ट्री की पीछे की साइड में विस्फोट हुआ था। कुछ पटाखों के अवशेष भी वहां पड़े हुए मिले हैं। जब स्थानीय लोगों से जानकारी की गयी तो उन्होंने बताया कि यह बंद मकान गुलशन नाम के व्यक्ति का है। जोकि 6-7 वर्ष पूर्व पटाखों का व्यापार किया करता था और इसके बाद पानीपत जाकर रहने लगा और 3-4 वर्ष पूर्व इस मकान का आधा हिस्सा किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया था। घटना में किसी भी प्रकार के किसी के घायल होने की सूचना पुलिस को प्राप्त नहीं हुई है। पुलिस द्वारा घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। सभी तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
जानलेवा बनीं अवैध फैक्ट्रियां
लोनी इलाके के रूप नगर में करीब एक महीना पहले पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने से करीब सात लोग की मौत हो चुकी है। इसके बाद पुलिस ने अवैध आतिशबाजी और पटाखे बनाने वाली फैक्ट्री पर छापेमारी कर कार्रवाई करना शुरू कर दी। रूपनगर में भी पटाखा फैक्ट्री अवैध रूप से बीच आबादी में चल रही थी। दीपावली का पर्व नजदीक आते ही पुलिस को अवैध पटाखा फैक्ट्री के ऊपर तेजी से निगाह की जरूरत है। घनी आबादी में चल रही अवैध फैक्ट्रियों से लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।
Discussion about this post