डेंगू से हेड कांस्टेबल की मौत, एक हजार से ज्यादा लोग चपेट में आए

गाजियाबाद। जिले में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू के प्रकोप ने अब एक पुलिसकर्मी की जान ले ली। वहीं मलेरिया स्क्रब टाइफस, चिकनगुनिया के भी मरीज लगातार मिल रहे हैं। जिले के साहिबाबाद थाने में तैनात हेड कांस्टेबल अजीत सोलंकी की डेंगू के चलते मौत हो गई। अजीत की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

अजीत सोलंकी के साथियों ने बताया कि उसे तेज बुखार आया था। जिसके बाद यशोदा हॉस्पिटल कौशांबी में भर्ती कराया गया। बुखार आने से अजीत की प्लेटलेट्स लगातार गिर रही थी उनकी प्लेटलेट्स करीब 5000 पहुंच गई। लगातार हालत बिगड़ी रही जिसके बाद उनकी मौत हो गई। हेड कांस्टेबल अजीत सोलंकी की मौत से पुलिस महकमे में भी शोक की लहर है। जिले में इससे पहले भी कई लोगों की डेंगू से प्रभावित होने से मौत हुई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से डेंगू के बचाव के लिए अलग-अलग तरीके से उपाय कर बचने के तरीके बता रहा है। इसके बाद भी डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।

मिल चुके हैं डेंगू 1000 से ज्यादा मरीज
स्वास्थ्य विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक 1075 मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीम लगाई गई है जो रोजाना 50 से 60 घरों सर्वे कर देखते हैं कि कहीं डेंगू का लार्वा तो नहीं मिल रहा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर घरों में डेंगू का लार्वा मिल रहा है जो चिंता का विषय बना हुआ है।

2005 में पुलिस में भर्ती हुए थे अजीत
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मूल रूप से बुलंदशहर जिले के खुर्जा थाना क्षेत्र के गांव झुमका के रहने वाले अजी सोलंकी 2005 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। प्रमोशन पाने के बाद अजीत हेड कांस्टेबल हो गए और फिलहाल में गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद थाने में तैनात थे। अजीत की मौत से पुलिस महकमे में शोक की लहर है। वहीं परिजनों का भी रो रो कर बुरा हाल है।

Exit mobile version