गाजियाबाद। बुधवार को जिले की पुलिस ने हत्या की दो अलग वारदातों का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यहां एक हत्या को प्रधानी की रंजिश के चलते अंजाम दिया गया था तो दूसरी हत्या दोस्तों से मामूली कहासुनी के चलते हुई थी। पुलिस ने आरोपियों का चालान करके उन्हें कोर्ट में पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेजा गया है।
पहली घटना टीला मोड़ थाना क्षेत्र के महमूदपुर गांव में हुई। यहां घर से कुछ दूरी पर प्रधानी की रंजिश के चलते प्रमोद नाम के एक व्यक्ति की कपिल कसाना ने गोली मार कर हत्या कर दी। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद कपिल मौके से फरार हो गया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कपिल के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए हैं। पुलिस की पूछताछ में कपिल ने बताया प्रमोद और लालू से उसके अच्छे संबंध थे लेकिन 2011 में जब प्रधानी का चुनाव आया तब मेरे गांव में कई विरोधी चुनाव लड़ रहे थे। तब प्रमोद ने मुझे चुनाव लड़ने से मना कर दिया, लेकिन जब मैं चुनाव लड़ने लगा तो प्रमोद ने उसका प्रचार करना शुरू कर दिया। कपिल कसाना ने बताया की प्रधानी के चुनाव में मेरी पत्नी ने जीत दर्ज की थी। जिसके बाद प्रमोद मुझसे रंजिश मानने लगा। कपिल ने प्रमोद पर आरोप लगाया कि उसने उसकी पत्नी को गलत तरीके से टच भी किया था। जिसकी वजह से उसने हत्या की वारदात को अंजाम दे डाला। कपिल ने पुलिस को यह भी बताया कि उसके ऊपर लूट मारपीट और हत्या के प्रयास के कई मुकदमे चल रहे हैं।
पकड़े गए दोस्त के कातिल
उधर थाना ट्रॉनिका सिटी पुलिस ने रामलीला देखकर लौट जितेंद्र की हत्या का खुलासा करते हुए तीन अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं। गिरफ्तार विक्की, गोलू और करन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 2 दिन पहले हमारा झगड़ा उमेश से हो गया था। 23 अक्टूबर को रामलीला देखने हम लोग इलायचीपुर गए थे। रामलीला देखकर वापस लौटते समय उमेश और उसका साथी जितेंद्र मिल गया। हम तीनों लोगों को देखकर जितेंद्र और उमेश भागने लगे। उमेश मौके से भाग गया और जितेंद्र को हमने पकड़ लिया मारपीट की। इसी दौरान आरोपी विक्की ने अपनी जेब से पेचकर्स निकाल कर जितेंद्र के ऊपर प्रहार किया तो जितेंद्र लहूलुहान होकर वहीं गिर गया। इसके बाद हम लोग जितेंद्र को छोड़कर भाग गए। बाद में हमें पता चला कि उसकी अस्पताल में मौत हो गई।
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