गाजियाबाद। आधी आबादी पर आफत बनकर टूट रहे चेन स्नेचरों के पूरे गैंग का सफाया करने पर पुलिस तुली हुई है। अब पुलिस ने लूट का माल खरीदने वाले सर्राफा कारोबारी को भी धर दबोचा है। उसके पास से लूट का माल बेचकर कमाए गए दो हजार रुपये भी पुलिस ने बरामद किए हैं।
मोदीनगर से लेकर गाजियाबाद, दिल्ली समेत एनसीआर इलाके में महिलाओं से चेन स्नेचिंग की वारदातें अचानक बढ़ गई थीं। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक दो महीने में एक दर्जन से अधिक ऐसी घटनाएं हुईं, जिनमें महिलाओं की चेन और कुंडल लूटे गए। कुछ घटनाएं पुलिस रिकार्ड में दर्ज हैं। जबकि तमाम घटनाएं ऐसी हैं, जिन्हें रिकार्ड में नहीं लिया गया। लगातार हो रहीं वारदातों से सिस्टम भी हिलकर रह गया था। वहीं महिलाएं भी खौफजदा थीं। चूंकि लूट की घटनाएं दिनदहाड़े हो रही थीं, ऐसे में महिलाएं अकेले घर से निकलने से भी कतराती थीं। जबकि पुलिस भी बौखला गई थी। लगातार सुरागरसी करने के बाद पुलिस को पता लगा कि लुटेरे कौन हैं। इसके बाद पुलिस इन पर टूट पड़ी है।
दो को मुठभेड़ में पकड़ा
चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देने वाले अंकित अनुज व रवि नाम के स्नेचरों को पुलिस ने कुछ घंटे के अंतराल पर दो दिन पहले मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। फायरिंग के दौरान दोनों की टांग में गोली लगी और उनका इलाज कराया जा रहा है। जबकि उन्होंने पूछताछ में सर्राफा कारोबारी का नाम भी बताया था। दोनों का कहना था कि लूट का माल कम दाम में व्यापारी खरीद लेता है। ऐसे में पुलिस उस कारोबारी के पीछे लग गई।
मेरठ में बैठा था खरीदार
लूटे गए सोने-चांदी के जेवरात मेरठ के परीक्षित गढ़ में रहने वाला सर्राफा व्यापारी दीपक वर्मा खरीदता था। इस माल को पिघलाकर उसका रूप बदल लेता था। दीपक यह माल कम दाम में खरीदता था। जबकि सोने का स्वरूप बदलकर अन्य गहने बनाते हुए उसे महंगे रेट में बेचता था। इससे उसे लाखों रुपये का फायदा हो रहा था। एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि पुलिस ने सर्राफा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से दो हजार रुपए की नकदी बरामद की है। वह लूट का सामान खरीदकर उसे पिघला देता था। मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश अनुज व रवि ने मोदीनगर क्षेत्र में दो माह के अंदर एक दर्जन से अधिक चेन स्कैचिंग की वारदात को अंजाम दे चुके है।
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