गाजियाबाद: शुक्रवार को जिले के साहिबाबाद स्टेशन पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने देश की पहली हाई स्पीड रैपिड ट्रेन ‘नमो भारत’ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रही। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑनलाइन टिकट खरीदकर इस ट्रेन के पहले यात्री भी बने। प्रधानमंत्री के साथ ट्रेन में स्कूली बच्चे सवार हुए। जहां प्रधानमंत्री ने बच्चों से संवाद किया। इसके अलावा ट्रेन में एनसीईआरटीसी में काम करने वाले मजदूर भी शामिल रहे।
रैपिड ट्रेन में यात्रियों की सहायता के लिए प्रीमियम कोच में एक-एक सहायक तैनात रहेंगे। यात्री सहायक बुलाकर मदद ले सकेंगे। स्टैंडर्ड कोच में सहायक तैनात नहीं होंगे, लेकिन किसी आपात स्थिति में यात्री इन्हें बुला सकेंगे। इसके अलावा ट्रेन में बड़ी डिस्प्ले पर स्टेशन का नाम और ट्रेन की स्पीड भी दिखाई देगी। ट्रेन में मरीज को ले जाने के लिए व्हीलचेयर और स्ट्रेचर की भी सुविधा रहेगी। रैपिड ट्रेन के उद्घाटन के समय सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। ट्रेन में 50 रुपये का किराया लगाकर यात्री कल से साहिबाबाद से दुहाई तक का सफर कर सकेंगे। प्रधानमंत्री वसुंधरा के सेक्टर 8 में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। जहां प्रधानमंत्री ने सबसे पहले जनता का अभिनंदन किया।
160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा दौड़ेगी रैपिड ट्रेन,ये होंगी सुविधाएं
– देश की सबसे पहली रैपिड ट्रेन 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा से दौड़ेगी। रैपिड ट्रेन से दिल्ली से मेरठ का सफर 1 घंटे में हो सकेगा। रैपिड ट्रेन में फ्री वाई-फाई, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट्स, सामान रखने का अच्छा स्पेस, मनोरंजन सिस्टम और कर कोड वाले डिजिटल पेपर व पेपर टिकट का इस्तेमाल होगा। जानकारों ने बताया कि रैपिड ट्रेन मुंबई की मोनो रेल और दिल्ली एनसीआर की मेट्रो ट्रेन से काफी अलग है। रैपिड ट्रेन में सबसे बड़ा अंतर स्पीड का है। मेट्रो मोनो ट्रेन के अलावा रैपिड ट्रेन की स्पीड 1 घंटे में 180 किलोमीटर तय होती है।
2025 तक दिल्ली से मेरठ तक चलेगी रैपिड ट्रेन
– रैपिड ट्रेन का संचालन दिल्ली के सराय काले खान से मेरठ के मदीपुरम तक 2025 किया जाएगा। रैपिड ट्रेन पहले चरण में गाजियाबाद के साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर का सफर तय करेगी। रैपिड ट्रेन साहिबाबाद से चलकर गाजियाबाद गुलदार होते हुए करीब 17 मिनट में दुहाई पहुंचेगी। मेरठ तक रैपिड ट्रेन का संचालन करने के लिए दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर का कॉरिडोर बनाया जा रहा है। जो 2025 तक पूरा हो सकता है।
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