गाजियाबाद। बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दिनदहाड़े युवक की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर कातिल असलहे लहराते हुए वहां से भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। वहीं कातिलों की तलाश शुरू कर दी है।
घटनाक्रम लोनी कोतवाली के अशोक बिहार कालोनी का है। यहां ट्रोनिका थाना सिटी के गांव अगरौला गांव के रहने वाले रणवीर के बेटे जितेंद्र पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमले में जितेंद्र की मौत हो गई। जितेंद्र गुरुवार को अपने गांव अगरौला से बाइक से लोनी आ रहे थे। तभी अशोक बिहार कालोनी के पास पहले से मौजूद बाइक सवार तीन बदमाशों ने जितेंद्र की बाइक रोक कर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जितेंद्र की हत्या की जानकारी मिलते ही लोनी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई। मामले में एसीपी रजनीश उपाध्याय ने बताया बाइक सवार युवक की हत्या की गई है। कातिलोें की तलाश की जा रही है। मृतक के पास से एक पिस्टल भी मिली है। जिसकी जांच की जा रही है वह लाइसेंस ही है या अवैध। पुलिस घटना का जल्द खुलासा करने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी खंगाल रही है।
जितेंद्र के चचेरे भाई की भी हो चुकी है हत्या
जितेंद्र के घर वालों ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसके चचेरे भाई दिनेश की भी बदमाशों ने पचायरा गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसे घटना में शामिल मदन समेत अन्य आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया था। जबकि अब जितेंद्र का कत्ल कर दिया गया। इस वारदात से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। अशोक बिहार के पास भी अंधाधुंध फायरिंग से अफरा तफरी का माहौल बन गया। दिनदहाड़े हुई फायरिंग से लोग सहम गए और बचाव के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना को अंजाम देने के बाद जब बदमाश मौके से फरार हो गए और फायरिंग बंद हुई तब जाकर वहां का माहौल शांत हुआ।
पैरवी में गई जान
मृतक जितेंद्र के परिजनों की माने तो जितेंद्र अपने चचेरे भाई दिनेश हत्याकांड में पर भी कर रहा था। चचेरे भाई दिनेश के हत्याकांड का मुख्य आरोपी मदन कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया था। परिजनों को आशंका है कि मदन ने ही जितेंद्र की हत्या कराई है। जितेंद्र के घर वालों ने बताया कि जितेंद्र पर करीब 5 से 6 राउंड अंधाधुंध गोलियां चलाई गई थी।
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