महाराष्ट्र। गढ़चिरौली जिले में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात के पीछे परिवार की बहू समेत महिला रिश्तेदार शामिल थीं। शुरूआत में ये सभी मौतें सामान्य लगी थीं लेकिन पुलिस का माथा ठनका तो यह हत्याकांड निकला। दोनों महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
अहेरी तहसील के महगांव निवासी शंकर कुंभारे व उनकी पत्नी विजया कुंभारे की 20 सितंबर को अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। दोनों को एक जैसे लक्षण नजर आए थे। शरीर में दर्द था. होंठ काले पड़़ते जा रहे थे और बोलने में दिक्कत होती थी। 26 सितंबर को शंकर तो 27 सितंबर को उनकी पत्नी विजया की मौत हो गई। दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि इसके कुछ दिन बाद शंकर की बेटी कोमल, बेटा रोशन व रोशन की बेटी आनंदा भी बीमार हुई। इन तीनों में भी वही लक्षण देख अस्पताल का स्टाफ हतप्रभ रह गया। इलाज के दौरान 8 अक्तूबर को कोमल, 14 अक्तूबर को आनंदा और 15 अक्तूबर को रोशन कुंभारे की भी मौत हो गई। एक ही परिवार के सदस्यों की लगातार मौत की सूचना अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को दी। यह भी बताया कि सभी में एक जैसे लक्षण थे। डॉक्टर्स ने आशंका जताई कि इन्हें जहर दिया गया था।
पुलिस की तफ्तीश में खुला केस
एक परिवार के पांच लोगों की मौत के मामले के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस की चार टीमों ने महाराष्ट्र और तेलंगाना के विभिन्न जिलों में पूछताछ की। पुलिस ने शक के आधार पर शंकर कुंभारे की बहू संघमित्रा कुंभारे और साले की पत्नी रोजा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपी महिलाएं टूट गईं और पूरे परिवार को स्लो पाइजन देकर मारने का गुनाह कबूल लिया।
बदला लेने को रची साजिश
एसपी नीलोत्पल के मुताबिक पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला संघमित्रा ने बताया उसने अपने माता-पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर शंकर के छोटे बेटे रोशन से शादी की थी। शादी के बाद संघमित्रा के पिता ने आत्महत्या कर ली। संघमित्रा के पिता के आत्महत्या करने की वजह से उसके ससुराल वाले ताना मारते थे। इसका बदला लेने के लिए उसने रोजा की मदद से जहर मंगवाया और इस परिवार को कभी पानी तो कभी खाने में स्लो पाइजन दिया जाने लगा। पुलिस ने बताया कि कुम्भारे परिवार के ड्राइवर ने उस बोतल से पानी पी लिया, जो शंकर और विजया चंद्रपुर ले जा रहे थे। पानी में जहर होने की वजह से ड्राइवर की भी हालत बिगड़ गई थी उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।