गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की तैयारियों को अब अफसर अंतिम रूप देने में जुटे हैं। एसपीजी टीम यहां पहुंच चुकी है। वहीं रैपिडएक्स ट्रेन के किराए का निर्धारण फिलहाल नहीं हो सका है। इतना जरूर है कि ट्रेन में प्रीमियम व स्टैंडर्ड श्रेणी के कोच बनाए गए हैं।
20 अक्टूबर को मोदी यहां पहुंच रहे हैं। यहां रैपिड ट्रेन का उद्घाटन करने के साथ ही मोदी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। बीजेपी जहां जनसभा में 50 हजार की भीड़ एकत्र करने में जुटी है। वहीं एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) ने भी डेरा जमा लिया है। उद्घाटनस्थल से लेकर सभास्थल तक कैसी सुरक्षा रखनी है, यह एसपीजी के अफसरों ने यहां निर्धारित किया है। मंच आसपास का एरिया एसपीजी की सुरक्षा में ही रहेगा। जबकि मैदान में किस रैंक के कितने अफसर कहां ड्यूटी करेंगे, यह भी एसपीजी ने ही लोकल पुलिस को बताया है। ताकि कोई अप्रिय घटना न होने पाए। इधर, एनसीआरटीसी के प्रवक्ता ने बताया कि टिकट पर स्टैंडर्ड और प्रीमियम लिखा रहेगा। स्टैंडर्ड और प्रीमियम कोच के दोनों टिकट के यात्रियों की जांच व्यवस्था भी अलग होगी। स्टैंडर्ड टिकट यात्री की प्रवेश के दौरान एक प्वाइंट और प्रीमियम टिकट यात्री की दो प्वाइंट पर जांच होगी। उन्होंने बताया कि प्रीमियम यात्री की पहली बार प्लेटफॉर्म जाते समय, दूसरी जांच प्लेटफार्म पर बने प्रीमियम लांज में होगा। सभी कोच में दिव्यांग और महिलाओं के लिए सीट भी आरक्षित है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी कोच में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। यात्री पुश बटन दबाकर ट्रेन में चढ़ेंगे और उतरेंगे। स्टेशन पर 30 सेकंड रुकने के बाद रैपिड का दरवाजा ऑटोमैटिक बंद हो जाएगा।
मरीज भी कर सकेंगे सफर
रैपिडएक्स रेल में कुल 72 सीट लगी हुई है। दिव्यांग और मरीजों के लिए भी सुविधा है। यदि कोई मरीज चलने में असमर्थ है तो वह स्ट्रेचर और व्हील चेयर से सफर कर सकता है। स्ट्रेचर और व्हीलचेयर रखने की पूरी व्यवस्था है, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। यानी मरीज भी इस ट्रेन में यात्रा कर सकेंगे। महिलाओं के लिए अलग से सीट रिजर्व की जाएंगी। एक बोगी प्रीमियम तो बाकी की छह बोगियां स्टैंडर्ड होंगी। दोनों का किराया भी अलग होगा। क्योंकि दोनों में अलग सुविधाएं दी गई हैं।
ये होंगी सुविधाएं
ट्रेन में लैपटॉप, मोबाइल चार्जिंग, अटेंडेंट हैंड हेल्ड व मैगजीन होल्डर के अलावा फुटरेस्ट, धूप से बचाव को पर्दा, बॉटल हैंगर और कोर्ट हैंगर दिए गए हैं। ट्रेन हर 10 से 15 मिनट बात मुसाफिरों को मिल जाएगी। जबकि मुसाफिरों की संख्या बढ़ने पर एनसीआरटीसी टाइमिंग में कमी भी लाएगा। मसलन ट्रेनों का वक्त प्रत्येक पांच मिनट पर कर दिया जाएगा, ताकि स्टेशनों पर भीड़ न जुटे। हालांकि शुरूआत में 10 मिनट पर ट्रेन दी जा रही है।
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