गाजियाबाद। फाइनेंस कारोबारी को बहाने से बुलाकर कुछ लोगों ने फ्लैट में बंधक बना लिया। उनके साथ जमकर मारपीट की गई और छह करोड़ की रंगदारी भी हमलावरों ने मांगी। किसी तरह पौने तीन करोड़ रुपये देकर भुक्तभोगी इन आरोपियों के चंगुल से बचा। वहीं मामले की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पक्ष के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।
नई दिल्ली के जनकपुरी में रहने वाले शशांक शर्मा का फाइनेंस का कारोबार है। पिछले दिनों उन्होंने सहारनपुर में कपड़े बनाने का काम भी किया था। सहारनपुर में उनकी मुलाकात वासू त्यागी निवासी मल्लीपुरा से हुई थी। कुछ दिन में ही दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई। मुकदमे के मुताबिक वासू ने 14 अक्टूबर को शशांक को फोन करके अपने पास बुला लिया। इसके लिए उसने लोकेशन भी भेजी। भेजी गई लोकेशन के हिसाब से वह राजनगर एक्सटेंशन की ज्योति सुपर विलेज स्थित फ्लैट पर पहुंचे तो वहां वासू त्यागी अपने साथियों के साथ उनको मिला। वासू व उसके साथियों ने मिलकर उनके मुंह पर कपड़ा बांध दिया और हाथों को बेल्ट से बांध दिया। आरोपियों ने चार घंटे तक उनको प्रताड़ित किया। धमकी दी कि वह तुरंत छह करोड़ का इंतजाम करें अन्यथा उनको गोली मार दी जाएगी। वासू ने उसके बच्चों को अपहरण करने धमकी दी। उसने किसी तरह मान-मनौव्वल की और अपने परिचितों से व्यवस्था कराकर उसको पौने तीन करोड़ रुपये रात में ही दिलवा दिए। आरोपियों ने धमकी दी कि शेष बची सवा तीन करोड़ की रकम उनको दो-तीन दिन के अंदर नहीं दी तो वह उसको परिवार सहित मार देगा। आरोपी ने अपने आपराधिक इतिहास का हवाला भी दिया। किसी तरह पीड़ित आरोपियों के चंगुल से छूटकर वहां से भाग निकला।
केस दर्ज, नामजदों की तलाश जारी
ंपुलिस ने तहरीर के आधार पर वासू त्यागी निवासी मल्लीपुरा समेत हर्शित और प्रवीन को नामजद करते हुए पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ रंगदारी, मारपीट व बंधक बनाने समेत जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया है। एसीपी रवि कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। फिलहाल मामला लेनदेन से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। कारोबारी से घटनाक्रम के संबंध में पूछताछ हुई है। सोसाइटी व आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। व्यापारी का मेडिकल भी कराया गया हैै। नामजदों की तलाश की जा रही है।
डील कैंसिल करने पर हुई वारदात
बताया जाता है कि वासू ने शशांक से पार्टनरशिप में नया कारोबार करने की बात कही। जबकि शशांक को उसका लहजा ठीक नहीं लगा तो उन्होंने इस डील से इंकार कर दिया। हालांकि उन्होंने वासू को आश्वासन दिया कि फिलहाल रकम की व्यवस्था नहीं है। रुपयों का बंदोवस्त करेंगे, इसके बाद नई प्लानिंग के बारे में बैठकर बात करते हैं लेकिन वासू समझ गया कि शशांक उसके साथ बिजनेस नहीं करेगा। इसी बात को लेकर आरोपी अंदरखाने खुन्नस मान गया और अपने सहयोगियों के साथ मिलकर यह घटना कर डाली।