गाजियाबाद। रैपिडएक्स ट्रेन का उद्घाटन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य होगी। इसके लिए एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के मानकों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जहां एक ओर मोदी की सभास्थल के आसपास के सारी इमारतें पुलिस के कब्जे में ली जा रही हैं। वहीं इंड्रस्टीयल एरिया में रोजाना आने वाले कर्मचारियों का भी लेखाजोखा जुटाया जा रहा है। ताकि किसी भी स्तर पर सुरक्षा में चूक न होने पाए।
पुलिस प्रशासन ने सभास्थल के चारों तरफ निर्माणाधीन और आवासीय इमारतों के 150 खाली फ्लैट चिन्हित किए हैं। एक-दो दिन में ताला लगाकर जनसभा समाप्त होने तक पुलिस इन्हें अपने कब्जे में रखेगी। वहीं, आवासीय फ्लैट के 800 परिवार, दुकानदार, शोरूम संचालक, शिक्षण संस्थान व अन्य लोगों को नोटिस देकर जनसभा के दौरान बालकनी, छत या बाहर खड़े नहीं होने की हिदायत दी है।
प्रधानमंत्री के लिए दो लाख 40 हजार स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल में जनसभा स्थल तैयार हो रहा है। सभास्थल के सामने निर्माणाधीन इमारत में कुल 12 फ्लैट में परिवार रहते हैं जबकि 134 फ्लैट खाली हैं। इसी तरह वसुंधरा सेक्टर-10 में भी 16 से अधिक फ्लैट बंद हैं। इंदिरापुरम पुलिस ने इन सभी का रिकॉर्ड तैयार किया है। साथ ही जनसभा स्थल और उसके आसपास पूर्व में बनी 400 झुग्गियों के लोगों का भी डाटा बनाया है। पुलिस खाली फ्लैट को अपने कब्जे में लेगी साथ ही झुग्गियों के लोगों को दोबारा स्थापित नहीं होने दिया जाएगा। इसके अलावा लोगों को हिदायत दी है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति या बाहरी लोग आकर रहते हैं तो उनकी सूचना तत्काल दी जाए। इस तरह पुलिस के रिकॉर्ड में करीब दो हजार लोग हैं, जिन पर सुरक्षा एजेंसियों के अलावा पुलिस की सीधी नजर रहेगी।
एसपीजी ने बनाया अपना खाका
सभास्थल से लेकर मंच की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी एसपीजी पर रहेगी। बताया जाता है कि टीम यहां गोपनीय तरीके से आकर दौरा कर गई और यहां की भौगोलिक स्थिति का पूरा ब्योरा भी जुटा लिया है। 18 अक्टूबर से सभास्थल एसपीजी के कंट्रोल में आ जाएगा। किस रास्ते से पीएम को लाना है और किस रास्ते से ले जाना है, यह पूरा प्लान गोपनीय रखा गया है। कहने को तो पुलिस ने भी रूटचार्ट बनाया है लेकिन आखिरी फैसला एसपीजी का ही मान्य रहेगा। प्रोटोकॉल के हिसाब से एसपीजी ने ही सभास्थल पर सुरक्षाकर्मी लगवाए हैं। वहीं एसपीजी के अफसरों के निर्देश पर ही यह तय होना है कि सभास्थल पर किस जगह किस रैंक का पुलिस अधिकारी तैनात रहेगा।
दो सौ कैमरों से होगी समूचे क्षेत्र की निगरानी
सभास्थल के आसपास निगरानी के लिए तकरीबन दो सौ सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जा रहे हैं। वहीं दो किलोमीटर के दायरे में औद्योगिक इकाइयों के कर्मचारी, प्रबंधन और स्टाफ का सत्यापन कर रही है। जहां-जहां सीसीटीवी कमरे खराब हैं या रिकॉर्डिंग नहीं हो रही है। उन सभी को टीम जांच कर रिकॉर्ड बना रही है। साथ ही उद्यमियों की मदद से उन्हें ठीक कराया जा रहा है। कर्मचारियों का फोन नंबर, आधार कार्ड और फोटो के साथ डेटा बन रहा है। डीसीपी शुभम पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम में सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। जनसभा स्थल के चारों तरफ आरडब्ल्यूए, दुकानदार, फ्लैट स्वामी और अन्य लोगों को नोटिस दे रहे हैं। खाली फ्लैट को कार्यक्रम खत्म होने तक अपने कब्जे में रखा जाएगा।
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