अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में गजरौला ब्लॉक के खुंगावली परिषदीय विद्यालय में शिक्षिकाओं के स्कूल समय में रील बनाने के मामले के बाद बीएसए सख्त हो गईं हैं। उन्होंने स्कूल समय में रील बनाने और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी है। साथ ही यह मामला बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह तक भी पहुंच गया है।
शिक्षामंत्री को फोन पर ब्लॉक प्रमुख ने बताया कि गजरौला ब्लॉक के गांव खुंगावली में चार शिक्षिकाओं द्वारा विद्यालय परिसर में रील बनाकर शिक्षा व्यवस्था का जो माखौल उड़ाया है। जिससे चारों तरफ छीछालेदर हो रही है। ब्लाक प्रमुख ने खुद इस वार्तालाप की पुष्टि की है। बीएसए डॉ. मोनिका ने भी जिलेभर में स्कूल समय में रील बनाने और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश जारी कर दिया हैै। इसके संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इधर, डीएम ने जहां मामले की जांच के लिए जिलास्तरीय कमेटी गठित की है। वहीं सरकारी स्कूल में टीचर्स के रील बनाने से परेशान छात्र-छात्राएं पढ़ाई छोड़ने की बात कह रहे हैं। एक छात्रा ने शुक्रवार से स्कूल न जाने की बात कही है। छात्र-छात्राएं स्कूल के बाहर धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है, जब तक इन टीचर्स को स्कूल से बाहर नहीं निकाला जाता है, हम लोग धरना देते रहेंगे। बच्चों के साथ उनके परिवार के लोग भी धरने पर बैठे हैं।
स्टूडेंट्स बोले-टीचर हमेशा वीडियो बनाती रहती हैं
बच्चों का कहना है, हमारे स्कूल में 4 महिला और 1 पुरुष टीचर हैं। महिला टीचर हमेशा वीडियो बनाती रहती हैं और पुरुष टीचर उनका फोन से वीडियो शूट करते रहते हैं। इस वजह से हम लोगों की पढ़ाई बिल्कुल बंद हो गई है। उनका कहना है, हम लोगों ने शिक्षा विभाग के अधिकारी समेत डीएम सर से इनकी शिकायत की है। लेकिन अभी तक कोई इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। आज हमारे धरने के बाद डीएम ने जिला स्तरीय जांच कमेटी बनाई है। अब इन पर कार्रवाई के बाद ही हम लोग पढ़ाई शुरू करेंगे।
ये था मामला
गजरौला के खुंगावली परिषदीय विद्यालय में चार शिक्षिकाओं के स्कूली समय में रील बनाने का वीडियो वायरल हुआ था। स्कूली बच्चों एवं परिजनों ने भी शिक्षिकाओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। रील वायरल होने के बाद बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी गंगेश्वरी को मामले की जांच सौंपी थी।
बच्चों का हुआ पढ़ाई से मोहभंग
स्कूल के छात्र-छात्राओं का कहना है कि पूजा और नीतू मैम के साथ दो और टीचर हमेशा क्लास के बाहर बैठकर बातें किया करती हैं। वो लोग बस पढ़ाई के नाम पर गाइड पर निशान लगवा देती हैं। कभी क्लास में कोई पढ़ाई नहीं करवाती हैं। हम लोगों से जबरन गाइड खरीदने के लिए बोला और बस उसी के सहारे हमारी पढ़ाई चल रही है। हम लोगों से अपना वीडियो भी बनवा लेती हैं। उसको यूट्यूब पर डालकर हम लोगों से घर वालों से शेयर करवाने के लिए कहती हैं। कहती हैं, मम्मी-पापा से लाइक करवाओ। वीडियो बनाते समय हमसे चेहरे पर लाइट मरवाती हैं। इतना ही नहीं, स्कूल के टॉयलेट को भी साफ करवाती हैं। यहां के झूठे बर्तन साफ करवाती हैं। बच्चों के अभिभावकों का कहना है, स्कूल में ऐसी हरकत करना गलत है। बच्चे स्कूल काम करेंगे तो वो पढ़ाई कब करेंगे। ये सब चीजें बच्चों पर गलत असर डालती हैं।