जयपुर। राजस्थान के जयपुर में अधजला शव मिलने के मामले में पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। अधजली अवस्था में मिली लाश की शिनाख्त नीलू किन्नर के रूप में की गई है। पूछताछ में प्रेमी ने कबूला कि किन्नर किसी अन्य युवक के सम्पर्क में आ गई थी। उसकी इस बेवफाई के बदले उसे मौत दे दी।
डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव ने बताया कि हत्या के मामले में जवाहर नगर निवासी नरेश मीना (33) उर्फ नरसी, उसके चचेरे भाई सूरज मीना (19) और कलाकार कॉलोनी कच्ची बस्ती शास्त्रीनगर निवासी सुनील भाट (22) उर्फ कालू को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी नरेश मीना उर्फ नरसी पिछले 5 साल से नीलू किन्नर के साथ रहता था। नीलू किन्नर, नरेश मीना और सुनील भाट तीनों बधाई लेने के लिए साथ जाते थे। आरोपी नरेश ड्राइवर था। सुनील भाट ढोलक बजाने का काम करता था। नीलू किन्नर कुछ दिनों से किसी अन्य व्यक्ति के साथ रहने लग गई थी। इसी बात को लेकर नीलू किन्नर और आरोपी नरेश के बीच कहासुनी होने लग गई थी।
ढोलक की रस्सी से गला दबाया
पूछताछ में नरेश मीणा ने बताया कि 28 सितंबर को नीलू फागी गांव में बधाई लेकर जयपुर लौट रही थी। इसी दौरान उसके भाई व दोस्त भी आ गए। नरेश ने नीलू के मुंह पर थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद विवाद और बढ़ गया। प्यार में धोखा मिलते देख नरेश ने अपने भाई और दोस्त के साथ ढोलक की रस्सी से नीलू का गला घोट कर हत्या कर दी। नीलू के शव को ठिकाने लगाने के लिए नरेश ने पेट्रोल डालकर उसे आग लगाई। बाद में अधजली लाश जंगल में फेंक दी। 29 सितंबर को नीलू के शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
अकेले ले आई थी बधाई
नरेश ने बताया कि नीलू बधाई लेने जाती तो हमेशा उसे साथ ले जाती थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह अकेले ही बधाई के रुपये ले आती थी। पूछो तो उल्टा झगड़ने लगती थी। इसी कारण दोनों के बीच अक्सर मारपीट होने लगी। लगातार बढ़ रहे विवाद के चलते नीलू अलग रहने लगी। जिससे नरेश को शक हुआ कि वह किसी दूसरे युवक के साथ रह रही है। नीलू के अलग रहने की बात को नरेश बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसकी हत्या कर डाली।
ऐसे हुआ खुलासा
डीसीपी ईस्ट ने बताया कि मौके पर मिले मोबाइल के टुकड़ों और फटे हुए कपड़ों से मृतका की पहचान हुई। पहचान करने के लिए किन्नरों को नीलू की फोटो दिखाई गई। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस नीलू के बस्सी स्थित दोस्त तक पहुंची। दोस्त ने पुलिस को बताया कि नीलू अपने दूसरे दोस्त नरेश मीना के साथ गई थी, लेकिन नहीं लौटी। वह पहले भी ऐसा कई बार कर चुकी है।
उसने पुलिस को बताया कि दो-तीन दिन तक उसका कोई पता नहीं चला। इसलिए ज्यादा ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार को खबर देखी की लड़की का शव मिला है। मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।नरेश के बारे में पता चलने पर पुलिस ने तलाश शुरू की। पुलिस ने नरेश को मानसरोवर इलाके से डिटेन किया। इसके बाद नरेश के एक अन्य साथी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। जो घटना के दौरान कार चला रहा था।
ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा
किन्नर नीलू शव 29 सितंबर को पापड़ गांव के पास मिला था। शव अधजला होने की वजह से सही से पहचान नहीं हो पा रही थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम को जांच के लिए लगाया। फॉरेंसिक टीम की जांच और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने पूरी घटना का खुलासा किया। पुलिस को मुखबिर ने भी बताया कि नरेश मीणा नीलू किन्नर के साथ रह रहा था। इसके बाद पुलिस ने नरेश मीणा पर नजर रखना शुरू कर दी। जबकि कॉल डिटेल के आधार पर उसे हिरासत में लिया गया था।
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