कराची। 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के राइट हैंड कहे जाने वाले भारत के एक और दुश्मन का सफाया हो गया है। लश्कर ए तैयबा के सरगना हाफिज सईद के करीबी सहयोगी मुफ्ती कैसर फारूक की पाकिस्तान के कराची में अज्ञान बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है।
पाकिस्तान के डॉन अखबार ने पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि 30 वर्षीय कैसर फारूक को शनिवार को समानाबाद इलाके में एक धार्मिक संस्थान के पास “लक्षित हमले” में गोली मार दी गई। पीठ में गोली लगने से घायल फारूक को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। फारूक की हत्या के दावे के संबंध में एक सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह कुछ बच्चों के साथ चलता हुआ दिखाई दे रहा है। अचानक पीछे से उस पर कोई वार कर देता है। इसके बाद मुफ्ती वहीं गिर जाता है। घटना में एक बच्चा भी घायल हुआ है।
हत्याओं का सिलसिला
इस महीने की शुरुआत में लश्कर ए तैयबा से जुड़े एक अन्य मौलवी मौलाना जियाउर रहमान की भी कराची में शाम की सैर के दौरान दो मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से जुड़े और खालिस्तान कमांडो फोर्स के नेता परमजीत सिंह पंजवार की भी हत्या कर दी गई थी।
फरवरी में हिजबुल मुजाहिदीन को उस वक्त तगड़ा झटका लगा था जब उसका लांच कमांडर व सैयद सलाहुद्दीन के करीबी सहयोगी बशीर पीर की रावलपिंडी में आइएसआइ मुख्यालय के पास अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी। उसे बहुत करीब से गोली मारी गई थी। हाल में हुई इन हत्याओं के बाद आइएसआइ में काफी बेचैनी है और उसने अपने कई महत्वपूर्ण लोगों सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है।