ओटावा। कनाडा की संसद के निचले सदन सदन ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ में एक पूर्व नाजी सैनिक का सम्मान करने पर बवाल खड़ा हो गया है। जिसके बाद स्पीकर एंथनी रोटा ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नाजी सैनिक को सम्मानित करने पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो कई देशों के निशाने पर आ गए थे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में कनाडा का दौरा किया है। इस दौरान जेलेंस्की ने कनाडा की संसद को संबोधित भी किया। जेलेंस्की के संसद में संबोधन के दौरान द्वितीय विश्व युद्ध का हिस्सा रहे एक पूर्व सैनिक यारोस्लोव हुंका को यूक्रेनी नायक के तौर पर सम्मानित किया गया। हुंका ने यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ युद्ध लड़ा था। इस दौरान कनाडा के सभी सांसदों ने हुंका का खड़े होकर अभिवादन किया।
हुंका को बताया था वॉर हीरो
रोटा ने कहा था कि हुंका ऐसे युद्ध नायक हैं, जिन्होंने प्रथम यूक्रेनी डिवीजन की ओर से लड़ाई लड़ी थी। बाद में यह पता चला कि इस डिवीजन ने नाजियों के कमान में लड़ाई लड़ी थी। रोटा ने हाउस ऑफ कॉमंस के पार्टी नेताओं से मिलने के बाद मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सभी मुख्य विपक्षी दलों ने रोटा के इस्तीफे की मांग की थी। मंगलवार दोपहर ओटावा में सांसदों को संबोधित करते हुए स्पीकर रोटा ने कहा कि वह ‘भारी मन से’ इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह सदन हम में से किसी से भी ऊपर है। इसलिए मुझे आपके वक्ता के रूप में पद छोड़ देना चाहिए।’
स्पीकर ने बाद में मांगी माफी
कनाडा की संसद के स्पीकर एंथनी रोटा ने रविवार को घटना पर माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि वह यह साफ करना चाहते हैं कि कोई भी सांसद या यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल इस बात से वाकिफ नहीं था। स्पीकर ने यहूदी समुदाय से भी विशेष तौर पर माफी मांगी।
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