दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में दो लोगों ने अपने एक दोस्त को दो लाख रुपये की फिरौती मांगने के लिए अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि मामले में एक आरोपी को राजस्थान के श्री गंगानगर से गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि दूसरा आरोपी फरार है।
उत्तर पूर्वी जिला उपायुक्त जॉय टिर्की के मुताबिक करावल नगर से 19 सितंबर की शाम साढ़े 5 बजे नितिन के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू की। जॉय टिर्की ने कहा, ’20 सितंबर को सुबह 10.23 बजे, उसे एक वॉट्सऐप संदेश मिला जिसमें भेजने वाले ने सूचित किया कि उसके भाई का अपहरण कर लिया गया है और उसे 2 लाख रुपये का भुगतान करने के बाद ही रिहा किया जाएगा। फिरौती के लिए अपहरण का मामला तुरंत दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।’
पुलिस ने पीड़ित के फोन कॉल रिकॉर्ड की जांच की और दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि का पता चला लेकिन उनकी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने बताया कि तकनीकी निगरानी की मदद से इनमें से एक आरोपी सचिन का पता लगा लिया गया और उसे राजस्थान के श्री गंगानगर से पकड़ लिया गया। इसके बाद नितिन का शव गाजियाबाद के बेहटा हाजीपुर रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में मिला। डीसीपी ने कहा, ‘सचिन ने वह जगह भी बताई जहां उसने और सह-आरोपी अरुण ने नितिन की चाकू मारकर हत्या की थी।’
उन्होंने बताया कि सचिन करावल नगर में बर्तन की एक दुकान में सेल्समैन का काम करता था और वह 2018 से नितिन को जानता था। सचिन के परिवार में उसकी पत्नी और दो महीने की बेटी है। डीसीपी ने बताया कि बेटी के जन्म के बाद से ही उसे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। दो साल पहले सचिन की मुलाकात सह-आरोपी अरुण से हुई थी। तिर्की ने बताया कि करीब 15 दिन पहले सचिन और अरुण ने नितिन को अगवा करने तथा उसके परिवार से दो लाख रुपये की फिरौती मांगने की साजिश रची।
शराब पीने के लिए बुलाया और अपहरण कर लिया
पुलिस ने बताया कि सचिन ने 19 सितंबर की शाम को नितिन को शराब पीने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान अरुण भी मौजूद था। अरुण और सचिन दोनों के पास चाकू थे। दोनों नितिन के करीबी दोस्त थे इसलिए उसे उन पर कोई संदेह नहीं हुआ। पुलिस के अनुसार, नितिन शाम करीब सवा छह बजे जौहरीपुर मेन रोड पर पहुंचा जहां सचिन और अरुण उसका इंतजार कर रहे थे। तीनों गाजियाबाद के बेहटा हाजीपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। डीसीपी ने कहा कि उन्होंने रेल की पटरियों के पास शराब पी और रात करीब नौ बजे सचिन ने कहा कि उन्हें अब घर लौटना चाहिए।
घने अंधेरे में रेलवे पटरियों के पास हत्या
रास्ते में लौटते समय घने अंधेरे में रेलवे पटरियों के पास सुनसान मार्ग पर सचिन और अरुण ने नितिन को पकड़ा और चाकू मारकर उसकी कथित तौर पर हत्या कर दी। तिर्की ने बताया कि उन्होंने शव को रेल पटरियों के पास झाड़ियों में कथित रूप से छिपा दिया और नितिन का मोबाइल लेकर घर लौट आए। अगले दिन सुबह करीब साढ़े 10 बजे दोनों ने गाजियाबाद के लोनी से नितिन के फोन से उसकी बहन को संदेश भेजा और फिरौती की मांग की। डीसीपी ने बताया कि जब आरोपियों को महसूस हुआ कि पुलिस मामले में जांच कर रही है तो उन्होंने दिल्ली छोड़ने का फैसला किया।