नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा के थाना सेक्टर 113 के सेक्टर 122 में रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर तरुण ने अपनी तलाकशुदा पत्नी सरिता के साथ फ्लैट में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें आत्महत्या के लिए परिवार के लोगों से माफी मांगी है। पुलिस और फॉरेंसिक टीमें मामले की जांच कर रही है।
सेक्टर-16 स्थित आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर व मूलरूप से कंकरखेड़ा, मेरठ निवासी तरुण (35) सेक्टर-122 में रहते थे। सोमवार को वह परिजनों का फोन नहीं उठा रहे थे। घरवालों ने गाजियाबाद के मुरादनगर निवासी रिश्तेदार सूरज को नोएडा स्थित तरुण के घर पर भेजा। वहां तरुण का शव फर्श पर पड़ा था। सूरज ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर से ही तरुण के साथ उनकी तलाकशुदा पत्नी सरिता (30) का शव बरामद किया। मूलरूप से मेरठ के जागृति विहार की निवासी सरिता निजी अस्पताल में चीफ नर्स थीं। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जहरीला पदार्थ की खाली और भरी हुई डिबिया बरामद
डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट और जहरीला पदार्थ की खाली और भरी हुई डिबिया बरामद हुई है। दोनों ने यही जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। मौके से सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि मैं परेशान हूं, किसी को खुश नहीं कर पाया। उनके मरने के बाद परिवार के लोगों को परेशान ना किया जाए। सुसाइड नोट में कुछ नामों का भी जिक्र है, जिनके बारे में लिखा गया है कि उनका ख्याल रखें। तरुण ने सुसाइड नोट में एटीएम कार्ड और बैंकों से जुड़े पासवर्ड को भी लिखा गया है, ताकि परिवार के लोग इसमें जमा रुपये को निकाल सकें।
डेढ़ साल पहले हुआ था तलाक
पुलिस के मुताबिक 35 वर्षीय तरुण मेरठ के कासमपुर और 33 वर्षीय सरिता मेरठ के जागृति विहार के रहने वाली थी। दोनों का करीब डेढ़ साल पहले तलाक हो गया था। उनका कोई बच्चा नहीं है। पड़ोसियों ने बताया कि तलाक के बाद भी सरिता और तरुण मिलते रहते थे। पुलिस जांच कर रही है कि अलगाव के बावजूद दोनों किन परिस्थितियों में साथ आए और सरिता आज ही तरुण से मिली या वह यहां कई दिनों से रह रही थी।
बढ़ने लगी थी नजदीकियां
लोगों के मुताबिक, तलाक के बाद दोनों अलग-अलग रहते थे। करीब चार महीने पहले दोनों में फिर से नजदीकियां बढ़नी शुरू हो गईं। इसके बाद सरिता तरुण के पास भी आने लगी थी। पूर्व में भी वह तलाक के बाद आ चुकी थी। नजदीकियां बढ़ने के बाद ही तरुण ने ठिकाना बदला था और वह यहां रहने लगा था। दंपती का एक साथ आत्महत्या करना आसपास के लोगों के लिए पहेली बना हुआ है।